यमुना एक्सप्रेस-वे हादसे में घायल महिला बोली- मुझे इलाज की जरूरत नहीं, मेरे पति और बच्चे कहां हैं
नई दिल्ली। यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए बस दुर्घटना में 30 लोगों की जान चली गई है। जबकि कई लोग घायल हैं जिनका आगरा के श्रीकृष्ण अस्पताल में इलाज चल रहा है। लेकिन इसी बीच इस हादस में चोटिल हुई एक महिला जो कि अस्पताल में भर्ती है लेकिन वो बार-बार यह पूछ रही है कि उसके पति और बच्चा कहा है। अस्पताल में भर्ती महिला डॉक्टरों और वहां पहुंचने वाले लोगों से पूछ रही है कि कृपया मुझे बताएं, मेरे पति और बेटे-बेटी कहां हैं? मुझे इलाज करने की कोई आवश्यकता नहीं है...पहले मुझे बताएं कि वे कहां है और कैसे हैं। वो ठीक रहेंगे तो मैं खुदबखुद ठीक हो जाऊंगी।
बता दें कि इस महिला का नाम सुनीता है जिनकी उम्र 25 साल के करीब है और ये रायबरेली की रहने वाली हैं। सोमवार को ये अपने पति और बच्ची के साथ उसी बस में यात्रा कर रही थी जो कि यमुना एक्सप्रेसवे पर दुर्घटना का शिकार हो गई। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार ऐसे में ये महिला मेडिकल स्टाफ सहित अस्पताल पहुंचने वाले सभी लोगों के यही सवाल कर रही है। लेकिन जब किसी ने जवाब नहीं दिया तो उसने एक आगंतुक से अपने पति का मोबाइल नंबर डायल करने के लिए कहा। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। क्योंकि पति की हादसे में मौत हो गई है। सुनीता को यह बताने कि किसी में हिम्मत नहीं थी कि वह अपने पति और बेटी दोनों को हादसे में खो चुकी है। सुनीता के पति का नाम भानु प्रताप और बेटे युवराज और डेढ़ साल की बेटी रिया के साथ यात्रा कर रही थी।
हालांकि डॉक्टरों ने सुनीता की हालत को देखते हुए उसे अभी तक सच्चाई नहीं बताई है, डॉक्टरों ने सुनीता को बताया है कि उनके बच्चों और पति का ईलाज चल रहा है। वहीं अस्पताल में ड्यूटी दे रही एक सिपाही ने कहा कि मुझे उस लड़की की तस्वीर मिली, जिसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था, और जब मैंने सुनीता से पूछा कि ये उसकी बेटी है तो उसने हां में जवाब दिया। इसके बाद मैं उसे सच्चाई बताने की हिम्मत नहीं जुटा सका और उसको बताया कि उसकी बेटी का ईलाज चल रहा है। बता दें कि सुनीता के पति और उसके पांच साल के बेटे युवराज की दुर्घटना में मौत हो चुकी है। इस घटना में 30 लोगों को जान जा चुकी है। जबकि दर्जन भर से अधिक घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
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