सेना में नौकरी के साथ पढ़ने का मौका, 12वीं पास का प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे 'अग्निवीर'
नई दिल्ली, 16 जून। भारतीय सेना में अब युवाओं को रोजगार के साथ पढ़ने के अवसर मिलेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए नई 'अग्निपथ' योजना की तारीफ की है। उन्होंने इसे एक दूरदर्शी पहल बताया है। केंद्रीय मंत्री ने इसे सभी वर्गों को लाभाविंत करने के उद्देश्य से लागू की गई योजना बताया है।
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'अग्निपथ' योजना को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान द्वारा अनुकूलित कार्यक्रम 'अग्निपथ' योजना की भावना के लिए प्रासंगिक होगा। यह प्रमाणपत्र 'अग्निवीर' को प्रासंगिक ज्ञान और कौशल से लैस करेगा और उन्हें पूरे भारत में नौकरी और उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम करेगा।
उन्होंने कहा कि अग्निवीर के लिए शिक्षा मंत्रालय के द्वारा रक्षा मंत्रालय के परामर्श से एक विशेष प्रोग्राम आरम्भ करने की पहल स्वागत योग्य कदम है। इसके तहत 10वीं पास अग्निवीर अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाते हुए 12वीं कक्षा का सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं।
वहीं स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने कहा है कि राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान रक्षा प्राधिकरणों के साथ एक कार्यक्रम स्थापित कर रहा है, जो 10वीं कक्षा पास हैं, ताकि वे अपनी शिक्षा को आगे बढ़ा सकें और अनुकूलित पाठ्यक्रम विकसित करके 12वीं कक्षा पास प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकें।
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दरअसल, केंद्र सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में कुछ बदलाव के साथ तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी योजना 'अग्निपथ' को मंगलवार को घोषणा कर दी थी। इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की अवधि के लिए संविदा पर की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत तीनों सेनाओं में करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। अग्निपथ योजना के तहत चयन के लिए अभ्यर्थियों की उम्र साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी। इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले युवओं को 'अग्निवीर' नाम दिया जाएगा।