बसपा सुप्रीमो मायावती के ऐलान के बाद क्या बोले कांग्रेस नेता कमलनाथ
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नई दिल्ली। बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की महागठबंधन तैयार करने की कोशिशों को बसपा सुप्रीमो मायावती ने तगड़ा झटका दे दिया। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठंबधन को लेकर बसपा सुप्रीमो ने साफ कर दिया कि उनकी पार्टी अकेले ही तीनों राज्यों में चुनाव लड़ेगी। मायावती के इस बयान से कांग्रेस को झटका लगा है तो वहीं, वरिष्ठ नेता कमलनाथ का भी इसको लेकर बड़ा बयान आया है।
कमलनाथ बोले, पता नहीं मायावती ने ऐसा क्यों किया
बसपा से गठबंधन के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने क्यों बातचीत तोड़ दी। मायावती के बयान के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमान संभाल रहे कमलनाथ ने कहा कि कल तक सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच बात चल रही थी। लेकिन अब मायावती ने इनकार कर दिया है तो बसपा के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। मायावती वो सीटें नहीं मांग रही थीं जहां उनकी पार्टी को 25 हजार वोट मिले थे।
हारने वाली सीटें मांग रही थीं मायावती-कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि ये उनके सीएम बनने का सवाल नहीं है बल्कि कांग्रेस की सत्ता में वापसी की बात है। कमलनाथ ने कहा, हम उनको उतनी सीटें नहीं दे सकते थे जिनकी उन्होंने मांगी थी, वे हारने वाली सीटें मांग रही थीं। वे ऐसी सीटें मांग रही थीं जहां बसपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। इस कारण बीजेपी को सीधे तौर पर फायदा होता और कांग्रेस दान में बीजेपी को 50 सीटें नहीं दे सकती है।
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मायावती ने दिया था कांग्रेस को बड़ा झटका
मायावती ने बुधवार को कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए तीनों राज्यों में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी चाहते थे कि इन विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का बीएसपी के साथ गठबंधन हो, लेकिन मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह जैसे नेता कांग्रेस-बीएसपी का गठबंधन नहीं होने देना चाहते थे। मायावती ने कहा था कि बीएसपी और कांग्रेस में गठबंधन ना होने पाए इसके पीछे दिग्विजय सिंह का निजी स्वार्थ शामिल है।
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