अरुणाचल प्रदेश में 200 मीटर तक घुसे चीनी सैनिक, भारतीय सेना ने खदेड़ा
ऊपरी शियांग जिले के उपायुक्त डुली कामडुक ने चीनी घुसपैठ की घटना से इनकार किया है।
नई दिल्ली। डोकलाम मुद्दे पर मुंह की खाने के बाद भी चीन शांत नहीं बैठा है। खबर है कि चीन के सैनिकों ने इस बार अरुणाचल प्रदेश में घुसपैठ कर सड़क बनाने की कोशिश की थी। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक दिसंबर के आखिरी दिनों में चीनी सैनिक करीब 200 मीटर तक भारतीय सीमा में घुस आए थे। वह अपने साथ सड़क बनाने की मशीन लेकर आए थे। हालांकि चीनी सैनिकों को ऊपरी सियांग जिले में बॉर्डर से सटे एक गांव के पास भारतीय सेना ने रोक दिया था।
चीन और भारतीय सैनिकों के बीच कोई झड़प नहीं हुई थी
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन और भारत के सैनिकों के बीच कोई झड़प नहीं हुई थी। इस दौरान चीनी सैनिक रोड-कंस्ट्रक्शन का सामान घटनास्थल पर ही छोड़ भागे थे। पिछले कुछ समय से चीन की ओर से सड़क निर्माण गतिविधि काफी बढ़ गई है। आपको बता दें कि डोकलाम विवाद को खत्म हुए अभी चार महीने ही हुए हैं। डोकलाम एक ट्राई-जंक्शन है, जहां भारत, चीन और भूटान की सीमा मिलती है।
उपायुक्त डुली कामडुक ने चीनी घुसपैठ की घटना से इनकार किया है
ऊपरी शियांग जिले के उपायुक्त डुली कामडुक ने चीनी घुसपैठ की घटना से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि टूटिंग में मौजूद अधिकारियों ने चीनी जवानों के भारतीय क्षेत्र में घुसने की जानकारी नहीं दी है। साथ ही सशस्त्र बलों की ओर से भी ऐसी कोई सूचना नहीं दी गई है। सेना के प्रवक्ता ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
पिछले साल 73 दिनों तक चला था डोकलाम विवाद
भारत और चीन के जवान पिछले साल सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में आमने-सामने आ गए थे। 73 दिनों की तनातनी के बाद 28 अगस्त को दोनों देश याथास्थिति बनाए रखने पर सहमत हुए थे। इसके चार महीने बाद अरुणाचल में चीन द्वारा घुसपैठ करने का मामला सामने आया है। चीन ने पिछले कुछ वर्षों में भारत से लगते सीमाई क्षेत्र में सड़क निर्माण का काम काफी तेज कर दिया है। कई इलाकों में तो दो लेन की सड़क बनाई भी जा चुकी है।
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