आसरा शेल्टर होम: संचालिका मनीषा दयाल गिरफ्तार, बिहार के कई रसूखदार लोगों की है करीबी
पटना: मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस के बाद बिहार में शेल्टर होम संचालकों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। अब मुजफ्फरपुर के बाद पटना के शेल्टर होम पर भी सवाल उठने लगे हैं और आसरा शेल्टर होम में दो मौतों के बाद पुलिस ने शेल्टर होम चलाने वाले एनजीओ अनुमाया के निदेशक चिरंतन कुमार और कोषाध्यक्ष मनीषा दयाल को सोमवार को गिरफ्तार किया था, मनीषा दयाल एक पूर्व मॉडल है।
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मनीषा दयाल कानून के शिकंजे में
दो महिलाओं की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में दोनों आरोपियों को तीन दिनों की पुलिस रिमांड मिल गई है जहां इनसे पूछताछ की जाएगी। मनीषा दयाल की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थीं जिनके आधार पर ये अंदाजा लगाया गया कि इस महिला की पहुंच बड़े-बड़े लोगों तक है। जबकि जेडीयू नेता श्याम रजक ने अपनी तस्वीर के बाबत सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने शेल्टर होम के एक कार्यक्रम में बतौर अतिथि शिरकत थी।
कई नेताओं के साथ मनीषा की तस्वीर
यहीं नहीं, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी के साथ भी मनीषा की तस्वीर वायरल हो रही थी। खुद को एनजीओ अनुमाया ह्यूमन रिसॉर्स फाउंडेशन का डायरेक्टर बताने वाली मनीषा दयाल पूर्व मॉडल रह चुकी है। जबकि कई नेताओं के साथ मनीषा की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर खासा सक्रीय रहने वाली मनीषा दयाल का दावा है कि उसने महिलाओं के उत्थान के लिए कई कार्य किए हैं। मनीषा अपने पिता को सुपरहीरो मानती हैं। मनीषा को बिहार की आयरन लेडी भी कहा जाता है।
आसरा शेल्टर होम की 2 महिलाओं की मौत
बता दें कि पटना शेल्टर होम में एक लड़की समेत दो महिलाओं को 10-11 अगस्त की शाम पीएमसीएच लाया गया था। लेकिन यहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। लड़की की उम्र 17 और महिला की उम्र 40 साल थी। अस्पताल का कहना था कि दोनों को शुक्रवार रात जब लाया गया, वो मरी हुई थीं। पुलिस को इस मामले की जानकारी 36 घंटे बाद दी गई। वहीं, सवाल ये भी उठ रहा है कि 10 अगस्त से जांच चलने के बावजूद किसी के बीमार होने की बात सामने क्यों नहीं आई?
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