पढ़ाई के लिए नहीं थे पैसे, अध्यापक ने की मदद जिससे डॉक्टर बन सके छात्र
नई दिल्ली। बिहार के एक शिक्षक ने वो काम किया है जिसे जान कर आप भी गौरवान्वित महसूस करेंगे। एक अच्छा शिक्षक दृढ़ और समर्पित होता है। लेकिन एक महान शिक्षक वह है जो बिहार के इस प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक की तरह निस्वार्थ है। ऐसा ही एक पोस्ट सोशल मीडिया फेसबुक पर वायरल हो रहा है कि जिसका नाम है 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे'। इसी पेज ने इस अध्यापक को दुनिया से परिचित कराया है।
पोस्ट से पता चलता है कि कैसे शिक्षक ने शिक्षा प्राप्त करने के लिए अपने आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों में से एक की सहायता किया। सबसे पहले, जब छात्र को पढ़ाई के लिए जरूरी किताबें खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, तो शिक्षक ने अपने पैसे से छात्र को नोटबुक, पेन, किताबें और जरूरी सामान खरीदा। जब लड़के की आर्थिक स्थिति खराब हो गई, तो ऐसा प्रतीत हुआ कि वह लड़का, जो डॉक्टर बनना चाहता था, अपनी स्कूली शिक्षा जारी नहीं रख सकेगा।
जैसे ही शिक्षक को ये बता पता चली उसने लड़के की स्कूलिंग के लिए शुल्क का भुगतान करने की जिम्मेदारी ली। जैसी लड़के स्कूली शिक्षा पूरी हुई उसने साइड जॉब शुरू कर दिया और कॉलेज का खर्चा भी उठाने लगा। इसके अलावा उसने शिक्षा के लिए लोन भी लिया। आज वह लड़का डॉक्ट बन गया है, अपने शिक्षक के गौरव के लिए। इस पोस्ट 500 से अधिक लोगों ने शेयर किया है। जबकि 6000 से अधिक लोगों ने प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा एक व्यक्ति दुनिया को नहीं बदल सकता, लेकिन मैं एक व्यक्ति के लिए दुनिया बदल सकता हूं।
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