अति उत्साही लोगों की आतिशबाजी ने फिर बिगाड़ दी दिल्ली की हवा की गुणवत्ता!
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में घोषित 21 दिन लॉकडाउन के बीच राजधानी दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में आमूल-चूल सुधार देखा गया था, लेकिन रविवार, 5 मार्च की रात 9 बजे के बाद कुछ अति उत्साही लोगों द्वारा राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर दीए जलाने के साथ आतिशबाजी भी करनी शुरू दी, जिससे एक बार फिर हवा की गुणवत्ता में गिरावट दर्ज की गई है।
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दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के छह निगरानी स्टेशनों के डेटा में रात के 9 बजे के बाद जब आतिशबाजी बंद किए गए, तो अचानक हवा में 2.5 PM और 10 PM सांद्रता दिखाई दी। दिल्ली के पर्यावरण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हवा की सांद्रता ग्राफ में नुकीले उभार की वजह अचानक हुई आतिशबाजी थी, क्योंकि वर्तमान में उत्सर्जन का कोई अन्य स्रोत नहीं है।
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गौरतलब है 2.5 PM दहन से उत्पन्न होता है। दिल्ली के पटपड़गंज इलाके में शाम 9 बजे सांद्रता 53 atg / m3 थी, लेकिन एक घंटे बाद दोगुनी से अधिक यानी 125 atg / m3 - 60 /g / m3 पाई गई, जो कि स्वीकार्य स्तर से अधिक थी। यही हाल द्वारका में था, जहां शाम 9 बजे सांद्रता का स्तर 53 PMg / m3 था और 10 बजे यह बढ़कर 127 PMg / m3 पहुंच गया।
बताया जाता है जमीन पर रखकर आतिशबाजी से भी धूल निकलती है, जो कि 10 PM का एक स्रोत है। मंदिर मार्ग पर 12 बजे इसकी सांद्रता 172 mg / m3 पर थी जबकि 9 बजे यहां सांद्रता 96 mg / m3 थी, जो स्वीकार्य मानक 100 /g / m3 से बहुत अधिक हो गई थी।
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हालांकि दिल्ली पुलिस को रविवार की गई आतिशबाजी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि अगर कोई शिकायत दर्ज करता है तो हम कार्रवाई करेंगे।
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