तीन साल तक दर्द से तड़पती रही महिला!
रायपुर। देश की लचर चिकित्सकीय व्यवस्था व गहरी रिसर्च के लगातार कम होते रहने का दंश एक मौत का अहसास करा देने वाले दर्द की तरह सामने आने लगा है। कोई महिला पंद्रह साल तक दर्द से कराहती रहती है, रोजाना डॉक्टर की फीस भी अदा करती है लेकिन उसका दर्द सालों तक कम करने के लिए उस डॉक्टर को पता नहीं है कि इस मर्ज की दवा क्या है।
यही कारण है कि कई सालों बाद पता चल पाता है कि आखिर गंभीर बीमारी है क्या। इतने लंबे इंतजार में देश में हजारों मरीज दम तोड़ देते हैं। आज तीन साल पहले एक ऐसा ही महिला मरीज का दिल्ली के लैडी हार्डिंग अस्पताल में एक ऑपरेशन कर भारी भरकम ट्यूमर पेट से निकाला गया था। यह महिला पिछले पंद्रह साल से दर्द से कराह रही थी।
वहीं अब रायपुर से एक ऐसी ही महिला की खबर है कि एक महिला मरीज पिछले तीन साल से दर्द से कराह रही थी। उसके ऑपरेशन में पेट से आठ पाउंड का ट्यूमर मिला है। इस महिला मरीज का ऑपरेशन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से काफी दूर स्थित धमतरी जिले में चिकित्सकों ने किया है।
ताज्जुब है कि इस महिला की पहली या दूसरी जांच में ही अगर पता लग पाता कि पेट में क्या था तो महिला को तीन साल तक पेट के दर्द से नहीं तड़पना पड़ता। इसे देश की स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार गहन शोधों नहीं होने और पुराने ढर्रे या अमरिका या लंडन की रिसर्च के आधार पर चलने का उदाहरण ही कहा जा सकता है।