महाराष्ट्र और राजस्थान में ओमिक्रोन के 16 केस, देश का आंकड़ा पहुंचा 21
नई दिल्ली, 5 दिसंबर: देश में तमाम पाबंदियों के बाद ओमिक्रोन के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जहां महाराष्ट्र में रविवार को कम से कम 7 सैंपल में ओमिक्रोन वेरिएंट की पुष्टि हुई। इसके बाद राजस्थान में भी एक साथ 9 केस मिले, जिस वजह से राष्ट्रीय स्तर पर आंकड़ा 21 हो गया है। आने वाले दिनों में इसके ज्यादा बढ़ने की आशंका है। वहीं कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इसी रफ्तार से केस सामने आते रहे, तो जनवरी-फरवरी में तीसरी लहर आ सकती है।
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जानकारी के मुताबिक एक 44 वर्षीय महिला के ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जो नाइजीरिया से पुणे के पास पिंपरी-चिंचवाड़ से आई थी। उनकी दो बेटियों, भाई और भाई की दो बेटियों के सैंपल में भी ओमिक्रोन मिला। इसके अलावा फिनलैंड से लौटा एक 47 वर्षीय शख्स भी पॉजिटिव मिला था, जिसके सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए, जिसमें ओमिक्रोन की पुष्टि हुई। सभी को आइसोलेट कर उनकी चिकित्सा देखभाल की जा रही है। इसके अलावा उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जा रही है।
कर्नाटक
में
मिला
था
पहला
मामला
आपको
बता
दें
कि
सबसे
पहले
कर्नाटक
में
दो
मामले
ओमिक्रोन
के
सामने
आए
थे।
इसके
बाद
शनिवार
को
तीसरा
गुजरात
के
जामनगर
में
मिला,
जबकि
पांचवां
महाराष्ट्र
के
डोंबिवली
में।
फिर
पांचवा
मामला
दिल्ली
का
शख्स
निकला,
जो
हाल
ही
में
तंजानिया
से
वापस
लौटा
था।
क्या ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से कोरोना की तीसरी लहर से होगी नए साल की शुरुआत ? सबकुछ जानिए
तीसरी
लहर
का
खतरा
बड़ा
आईआईटी-कानपुर
के
प्रोफेसर
डॉक्टर
मनिंद्र
अग्रवाल
के
मुताबिक
अपने
देश
में
ओमिक्रोन
के
फैलने
के
चांस
बहुत
ज्यादा
हैं,
क्योंकि
ये
डेल्टा
से
ज्यादा
तेजी
से
फैलता
है।
ऐसे
में
अगले
साल
के
शुरुआती
महीनों
में
तीसरी
लहर
आ
सकती
है।
इसके
बाद
ये
चरम
पर
पहुंचेगी,
फिर
धीरे-धीरे
मामले
कम
होने
लगेंगे।
उन्होंने
आगे
कहा
कि
अभी
तक
अफ्रीका
समेत
अन्य
देशों
से
जो
आंकड़े
मिले
हैं,
उसको
देखने
पर
लगता
है
कि
ये
लहर
दूसरी
लहर
जितनी
घातक
नहीं
होगी।