भारत के 50 प्रतिशत कुपोषित बच्चे बिहार में : रिपोर्ट
इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत भर में आगंनवाड़ी योजना से जुड़ने आने वाले 8 करोड़ बच्चों में से 28 प्रतिशत बच्चे कुपोषित होते हैं। रिपोर्ट में हर राज्य के अलग अलग आंकड़ें भी बताए गए हैं। जिसके मुताबिक
- भारत के 50 प्रतिशत कुपोषित बच्चे बिहार में हैं
- 37 प्रतिशत आंध्रप्रदेश
- 36 प्रतिशत उत्तरप्रदेश
- 35 प्रतिशत दिल्ली
- 32 प्रतिशत राजस्थान
- और, 32 प्रतिशत छत्तीसगढ़ में
इन आंकड़ों के अनुसार, भारत में रहने वाले शहरी गरीब और ग्रामीण इलाकों की स्थिति में कोई ज्यादा फर्क नहीं हैं। वहीं, उत्तरपूर्वी राज्यों में हालात काफी सामान्य हैं। असम, त्रिपुरा और मेघालय को छोड़कर पूरे उत्तरपूर्व में 10 प्रतिशत से भी कम बच्चे कुपोषित हैं। महाराष्ट्र और तमिलनाडू भी इस श्रेणी में आतें हैं। महाराष्ट्र में जहां 11 प्रतिशत बच्चे कुपोषित हैं, वहीं तमिलनाडू में 18 प्रतिशत।
2011 जनगणना के मुताबिक, भारत में छह वर्ष के कम के लगभग 16 करोड़ बच्चे हैं। लिहाजा, इन 16 करोड़ में से लगभग 50 प्रतिशत बच्चे आंगनवाड़ी योजना के अंर्तगत आते हैं। जिनमें से ज्यादातर बेहद गरीब इलाकों से आते हैं। लेकिन फिर भी कई बच्चे ऐसे हैं, जो इन प्रोग्राम का लाभ नहीं ले पाते हैं।
भारत में आंगनवाड़ी के 13 लाख केन्द्र हैं, जो बच्चों की देखभाल करते हैं एवं अतिरिक्त पोषण उपल्बध कराते हैं। वहीं, 2005-06 में हुए नेशनल फैमिली एंड हेल्थ सर्वे के बाद से भारत में अभी तक इस ओर कोई व्यापक सर्वे नहीं किया गया है।