पालघर मॉब लिंचिंग: 2 पुलिसकर्मी सस्पेंड, अबतक 110 गिरफ्तार
पालघऱ। महाराष्ट्र के पालघर जिले में साधुओं की लिंचिंग मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुे कासा पुलिस स्टेशन के दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। इस मामले में अब तक 110 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है जिसमें 9 नाबालिग भी हैं। महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि धर्म विशेष को लेकर ये हत्याएं नहीं हुई हैं। सरकार ने इस मामले को धार्मिक रंग नहीं देने की अपील की है।
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उद्धव
सरकार
ने
सोमवार
को
पालघर
में
दो
साधुओं
समेत
तीन
लोगों
की
हत्या
के
मामले
में
बड़ी
कार्रवाई
करते
हुए
दो
पुलिसवालों
को
संस्पेंड
किया
गया
है।
सस्पेंड
किए
गए
पुलिसकर्मियों
में
एक
असिस्टेंट
इंस्पेक्टर
और
एक
सब
इंस्पेक्टर
है।
वहीं
पालघर
मॉब
लिंचिंग
की
घटना
पर
गृह
मंत्री
अमित
शाह
ने
की
महाराष्ट्र
के
मुख्यमंत्री
उद्धव
ठाकरे
से
बात।
इसके
साथ
ही
गृह
मंत्रालय
ने
महाराष्ट्र
सरकार
से
रिपोर्ट
मांगी
है।
सूत्रों
के
मुताबिक,
इस
रिपोर्ट
में
पूछा
गया
है
कि
सरकार
की
ओर
से
क्या-क्या
कार्रवाई
की
गई
है?
#UPDATE 2 Police personnel of Kasa Police Station have been suspended in connection with Palghar incident: Palghar SP Gaurav Singh
3 people were beaten to death by villagers in Palghar on suspicion of theft on 17 April. FIR filed against villagers&110 people have been arrested. https://t.co/EADihwXQFN
— ANI (@ANI) April 20, 2020
एसपी पालघर गौरव सिंह ने बताया कि, इस सबंध में पुलिसकर्मीयों के निलंबत के साथ अब तक 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब तक 110 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है जिसमें 9 नाबालिग भी हैं। सभी आरोपियों को 30 अप्रैल तक के लिए कस्टडी में भेज दिया गया है। जबकि 9 नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा गया है। पुलिस ने हत्या, दंगा करने और सरकारी कर्मचारी पर हमला करने के केस दर्ज किए हैं।
बता दें कि, 16-17 अप्रैल की दरमियानी रात को पालघर से करीब 100 किलोमीटर दूर मॉब लिंचिंग की वारदात हुई थी। पालघर के गड़चिनचले गांव में मुंबई से सूरत जा रहे दो साधुओं और ड्राइवर की गाड़ी रोक कर जान ले ली। भीड़ के हत्थे चढ़े साधु मुंबई के जोगेश्वरी स्थित हनुमान मंदिर के थे। दोनों साधु मुंबई से सूरत अपने गुरू के अंतिम संस्कार में जा रहे थे।
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