कोरोना वायरस: भारत में 1200 स्थानों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस संक्रमण को रोकने के लिए अब उन 1200 जगहों का पता लगाया गया है, जहां वायरस का सबसे ज्यादा खतरा है। इन जगहों को कंटेनमेंट जोन कहा जाता है। कंटेनमेंट मतलब ऐसे इलाके जहां कोरोना के कुछ मरीज मिलते हैं और उस इलाके को सील कर दिया जाता है। ऐसे इलाकों में रहने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन किया जाता है।

लॉकडाउन पहले से ज्यादा सख्त
इनमें अधिकतर जगह उन राज्यों में हैं, जहां 100 से ज्यादा संक्रमित मामलों की पुष्टि हुई है। इन कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन को पहले से ज्यादा सख्त कर दिया गया है। अब यहां के निवासियों के घर से निकलने पर प्रतिबंध लग गया है। कई जगह कंटेनमेंट जोन केवल एक अपार्टमेंट तक सीमित हैं, तो कहीं पूरे इलाके को ही कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कई जगह तो पूरे जिले को ही कंटेनमेंट जोन कहा गया है।

महाराष्ट्र में ही 401 कंटेनमेंट जोन
अब इन स्थानों पर केवल अधिकृत स्वास्थ्य अधिकारियों और सरकारी अधिकारियों को आने-जाने की इजाजत है। कंटेनमेंट जोन की पहचान कर इनकी घोषणा करने का काम राज्य सरकारों ने किया है। सबसे ज्यादा संख्या महाराष्ट्र में है। अकेले महाराष्ट्र में ही 401 कंटेनमेंट जोन हैं। जिसमें मुंबई में 381 और पुणे में 20 हैं।

आंध्र प्रदेश में 121 कंटेनमेंट जोन हैं
उत्तर प्रदेश में 180, तमिलनाडु में 220, दिल्ली में 23, तेलंगाना में 125, हैदराबाद में 36 और आंध्र प्रदेश में 121 कंटेनमेंट जोन हैं। इन स्थानों पर लॉकडाउन को सख्त कर आसपास के क्षेत्र या गावों को वायरस से बचाने में काफी मदद मिलेगी। इन चयनित स्थानों में रहने वाले लोगों की कोविड-19 जांच की जाएगी, जिनमें वायरस का संक्रमण होगा, उनका इलाज किया जाएगा। साथ ही अगर कोई ठीक होकर घर आ चुका है या किसी संक्रमित शख्स के संपर्क में आया है, तो उसपर भी निगरानी रखी जाएगी।

कोविड वॉलंटीयर्स जरूरत का सामान पहुंचाएंगे
यहां पुलिस के साथ-साथ ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे से निगरानी का काम होगा। कोविड वॉलंटीयर्स लोगों के घरों तक जरूरत का सामान पहुंचाएंगे। इसके साथ ही इन स्थानों को सैनटाइज किया जाएगा, हेल्थ केयर और स्थानीय अधिकारी डोर-टू-डोर सर्वे करेंगे। ना तो यहां किसी बाजार या दुकान को खुलने दिया जाएगा और ना ही लोगों को गली आदि में घूमने की इजाजत होगी। देशभर की राज्य सरकारें बीमारी से निपटने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रही हैं। ओडिशा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने सोशल मीडिया पर नक्शे जारी किए हैं, जो कंटेनमेंट जोन को सूचित करते हैं।

विशेष कंट्रोल रूम सेट किए गए
चेन्नई में दो-लेयर कंटेनमेंट जोन हैं। जिनमें नौ बड़े हैं और 70 छोटे हैं। अगर किसी क्षेत्र में कोरोना से संक्रमित कोई एक मरीज भी मिला है, तो उसे कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। दिल्ली में कंटेनमेंट जोन के दो किलोमीटर के भीतर आने की किसी को भी अनुमति नहीं दी जा रही है। यहां पुलिस ने बैरिकेड लगाए हैं और विशेष कंट्रोल रूम सेट किए हैं। ताकि सीसीटीवी की मदद से लोगों की आवाजाही पर निगरानी रखी जा सके।

सदर बाजार इलाका भी सील
दिल्ली के सदर बाजार इलाके को भी सील किया गया है। सील किए गए इलाकों में ना तो किसी को बाहर जाने की अनुमति है ना ही किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर आने की अनुमति है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को राज्य के 15 जिलों के कोविड-19 हॉटस्पॉट सील करने के निर्देश दिए थे।

कंटेनमेंट जोन में सड़कें खाली दिखीं
जयपुर में अधिकारियों ने कहा कि 20 कंटेनमेंट जोन में हर घर को दिन में दो बार सैनटाइज किया जा रहा था। गुरुवार को अधिकतर कंटेनमेंट जोन में सड़कें खाली दिखीं, जो बाहर निकला भी उसे पुलिस ने घरों में जाने को कह दिया। इसके साथ ही नगरपालिका के कर्मचारियों ने बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान चलाया, कीटाणुनाशक का छिड़काव किया, अलग-अलग घरों के दरवाजों को सैनटाइज किया, उसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने सभी व्यक्तियों की स्क्रीनिंग भी की।

कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 6412 हुई
बता दें देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार सुबह बताया कि देश में बीते 12 घंटे के भीतर कोरोना वायरस के 547 नए मामले सामने आए हैं और 30 लोगों की मौत हुई है। मंत्रालय के मुताबिक अब भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 6412 हो गई है। इसमें 5709 सक्रिय मामले हैं, 504 लोग ठीक हो चुके हैं/ छुट्टी दे दी गई है और कुल 199 मौतें हुई हैं।
पिछले 12 घंटों के भीतर कोरोना से देश में 30 लोगों की मौत, मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 6412