पंजाब में सामने आए ब्लैक फंगस के 100 मरीज,स्वास्थ्य मंत्री बोले हमारे पास इलाज के लिए पर्याप्त दवा नहीं
नई दिल्ली, 24 मई: कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच ब्लैक फंगस की समस्या मरीजों में तेजी से बढ़ रही है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात समेत अन्या राज्यों के बाद पंजाब में भी ब्लैक फंगस के 100 मरीज समने आए है। प्रदेश में ब्लैक फंगस से ग्रसित इन मरीजों का दवा नहीं होने की वज से इलाज नहीं हो पा रहा है।
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ये जानकारी पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने दी। उन्होंने कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के अब तक लगभग 100 मामले सामने आ चुके हैं। इसकी दवा में भी दिक्कत है, यह उचित मात्रा में उपलब्ध नहीं है।बता दें ब्लैक फंगस से लुधियाना में एक मरीज की मौत हो चुकी है। वहीं बठिंडा जिले में इस संक्रमण के अब तक कुल 27 मरीज मिले हैं जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं । डाक्टरों के अनुसार सभी कोविड 19 पॉजिटिव हैं। अस्पताल में भर्ती इन मरीजों में से चार मरीजों की सर्जरी की गई है। एक मरीज टेस्ट के बाद अपने घर वापस लौट गया। एक लुधियाना में भर्ती है वो ब्लैक फंगस से ग्रसित पाया गया है।
प्रदेश सरकार ने ब्लैक फंगस से संक्रमित पाए गए मरीजों का इलाज करने के लिए मेडिकल कालेज के वाइस प्रिंसिपल एवं कोविड-19 वार्ड के मुखी डा. आरपीएस सीबिया की गाइडेन्स में एक पांच सदस्सीय कमेटी गठित की है। ये कमेटी पंजाब के अस्पतालों में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीज के इलाज में आने वाली समस्याओं का निदान करेगी।
टीकों की खरीद पर पंजाब मंत्री ने बोली ये बात
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने वैक्सीन निर्माता मॉडर्न पर सीधे पंजाब सरकार को वैक्सीन भेजने से इनकार कर दिया। हमें इनकार का पत्र मिला है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार को पहल करनी चाहिए और टीकों की खरीद में राज्य सरकार का समर्थन करना चाहिए।