हिमाचल के बहादुर सपूत को विदाई, CRPF को सलाम
इस हमले में हिमाचल के लाल सहित पांच जवान शहीद हुए और 12 घंटे तक चली मुठभेड़ में 2 आंतकी भी मारे गए।
शिमला। जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों का मुंहतोड़ जबाव देते हुए शहीद कुलदीप राय को अंतिम विदाई दी गई। अवंतिपुरा में सीआरपीएफ ट्रेनिंग कैंप पर हमले में शहीद हुए हिमाचल के हमीरपुर निवासी कुलदीप राय का पार्थिव शरीर कल उसके पैतृक गांव टिक्कर खातरिया लाया गया तो गांव में नए साल का जश्न मातम में बदल गया। हमीरपुर जिला के टिक्कर खातरिया पंचायत के कुलदीप राय (56) रविवार को कश्मीर के पुलवामा जिले के लोथपोरा स्थिति सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में हुए आंतकी हमले में शहीद हुए थे। परिवार के लिए जहां नए साल पर बधाई मिलनी थी, वहीं शहादत की सूचना मिलने से पूरा परिवार सदमे है। इस हमले में हिमाचल के लाल सहित पांच जवान शहीद हुए और 12 घंटे तक चली मुठभेड़ में 2 आंतकी भी मारे गए। शहीद कुलदीप राय का पार्थिव शरीर दोपहर बाद जैसे ही गांव में पहुंचा तो पूरा गांव गमगीन हो गया। पैतृक गांव के श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ कुलदीप का अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद को गांव ने दिया सम्मान
इस भावुक समय भोरंज की विधायक कमलेश कुमारी, एसपी रमन कुमार मीणा, कांग्रेसी नेता सुरेश कुमार समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। शहीद कुलदीप राय के बेटे मिथीलेश ने कहा कि मेरे पिता ने शहादत का जाम पिया है और मुझे उन पर गर्व है। पूर्व विधायक अनिल धीमान ने कहा कि बहुत ही शोक का संदेश है और सभी उनकी आत्मा की शांति की कामना करते हैं।
भावुक पल में बेटे की शहादत पर किया गया गर्व
कांग्रेसी नेता सुरेश कुमार ने शहीद कुलदीप की कुर्बानी पर शोक व्यक्त किया और परिवार के लिए भी संदेवना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पूरे भोरंज को गर्व है कि देश के लिए एक बेटे ने कुर्बानी दी है। बता दें कि कुलदीप राय ने दो साल बाद रिटायरमेंट आना था और कुलदीप अभी दो दिसंबर को ही छुटटी काट कर वापिस गया था। परिवार में मां, पत्नी और तीन बेटे हैं, जिनका सूचना सुनने के बाद बुरा हाल है।
पीड़ित परिवार से मिलेंगे CM जय राम ठाकुर
इस बीच मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सीआरपीएफ की 185वीं बटालियन के निरीक्षक कुलदीप रॉय की शहादत पर गहरा शोक प्रकट किया है। कुलदीप राय हमीरपुर जिला के टिक्कर खातरियां गावं के रहने वाले थे। सीएम ने कहा कि उनकी इस कुर्बानी को हमेशा याद रखा जाएगा। इनता ही नहीं उन्होंने शहीद के परिवार को 5 लाख देने की घोषणा भी की। इसके आलावा प्रदेश सरकार से उन्हें 15 लाख भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री जयराम ने कहा की वो उनके परिजनों से बात करेंगे और जैसे ही समय मिला तो वो उनके परिवार से मिलने उनके घर भी जाएंगे।