शिमला में जलसंकट जारी, सात दिन के लिए स्कूल बंद , समर फेस्टिवल रद्द
शिमला। शिमला में जल संकट से समाधान में हिमाचल की जय राम सरकार की नाकामी के चलते प्रदेश हाईकोर्ट की तरकीबें भी असफल साबित हो रही हैं। इन्हें अमली जामा पहनाने वाले ही सही दिशा की ओर नहीं बढ़ पा रहे हैं जिसके चलते लोगों में गुस्सा है। सरकार हर दिन नया तरीका ईजाद कर रही है ताकि लोगों को पानी मिल सके। शिमला में ऐसे हालात पहली बार सामने आये हैं जिससे लगता है हिमाचल सरकार का अफसरशाही पर नियंत्रण लगभग खत्म हो चुका है जिससे अराजकता का महौल है। यही वजह है कि सरकार ने एक ओर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जून माह के पहले सप्ताह में मनाये जाने वाले शिमला समर फेस्टिवल को रद्द कर दिया है। वहीं सोमवार से सात दिनों के लिये शिमला के तमाम स्कूलों को बंद करने का फरमान जारी कर दिया गया है। हालात पर काबू पाने व केन्द्र से मदद पाने लिये सीएम जय राम ठाकुर को दिल्ली दौड़ लगानी पड़ी है।

वहीं शिमला में पानी की सप्लाई में कोताही बरतने के लिये नगर निगम के एक एसडीओ को सस्पेंड कर दिया गया है। आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने सस्पेंड करने के निर्देश जारी किए हैं। महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि समय सारिणी का कड़ाई से पालन सुनिश्चित बनाया जाए। कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उधर, सरकार के ताजा फैसले के तहत शिमला नगर निगम क्षेत्र में पड़ने वाले सभी स्कूलों में मॉनसून ब्रेक नहीं होगा। जुलाई माह में होने वाली छुट्टियों की जगह 4 से 8 जून तक अवकाश रहेगा। 9 व दस जून को वैसे ही छुट्टी है। इस बाबत उच्चतर शिक्षा निदेशालय और प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने आदेश जारी कर दिए हैं। जारी आदेशों में कहा गया है कि शिमला शहर में ज्यादा पर्यटकों की आवाजाही और गर्मियों में पर्यटन सीजन के चरम पर होने के चलते नगर निगम क्षेत्र में स्थित सभी राजकीय शिक्षा संस्थानों प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में जुलाई माह में होने वाली छुट्टियों की जगह 4 से 8 जून तक अवकाश रहेगा। शिमला के नामी प्राईवेट स्कूलों ने होस्टलों में पानी की कमी के चलते पहले ही अपने स्कूलों में छुट्टियां दे दी हैं।
शिमला में उत्पन पानी की एमरजेंसी के चलते इस पर्यटन सीजन में पर्यटन कारोबार भी बर्बाद हुआ है। हिमाचल हाईकोर्ट के कड़े आदेशों के तहत एक ओर जहां बिल का भुगतान ने देने वाले करीब तीस होटलों के पानी के कनेक्शन काटे जा चुके हैं तो दूसरी ओर होटलों में की गई एडवांस बुकिंग रद्द हो चुकी है। शिमला टूरिज्म इंडस्टरी स्टेक होल्डर्स एसोशियसन के अध्यक्ष मोहिन्दर सेठ का दावा है कि पानी की कमी के चलते शिमला में दस करोड़ रूपये से अधिक की होटल बुकिंग पर्यटकों ने कैंसिल कराई है। जिससे होटल कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस बीच , प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर दिल्ली दौड़े हैं व उन्होंने केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री हरदीप पुरी से मुलाकात कर शिमला के लिये अमृत योजना के तहत 200 करोड़ की मदद केन्द्र से मांगी है।
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