हिमाचल प्रदेश चुनाव: सुजानपुर के कांग्रेसी चक्रव्यूह में फंसे धूमल!
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल के लिये सुजानपुर से जो खबर आ रही है वह उनके लिये अनूकूल नहीं मानी जा सकती। धूमल इस समय हमीरपुर के सर्किट हाऊस में अपने बेटे सांसद अनुराग ठाकुर के साथ नतीजों पर नजर रखे हैं लेकिन यहां मायूसी का आलम है। धूमल, कांग्रेस के प्रत्याशी राजेन्दर राणा से कभी आगे कभी पीछे हो रहे हैं। जिला हमीरपुर का यह चुनाव क्षेत्र इसलिये खास है कि यहां से नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल भाजपा के प्रत्याशी हैं तो उन्हें चुनौती देने वाले कोई ओर नहीं बल्कि धूमल के ही राजनैतिक शिष्य राजेन्दर राणा हैं। यहां गुरू शिष्य के बीच सीधा मुकाबला है।
शिष्य राजेंद्र राणा से है मुकाबला
यानी भाजपा के सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल ने इस बार नए सुजानपुर विस क्षेत्र से चुनाव लड़ा है और उनके सामने कांग्रेस की तरफ से उनके शिष्य माने जाने वाले राजेंद्र राणा कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं। अब 18 दिसम्बर को होने वाली मतगणना के दिन पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
राजेंद्र राणा पर टिकी हैं नजरें
दरअसल राणा को राजनिति में लाने वाले धूमल ही थे लेकिन राणा ने भाजपा को छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है। यही वजह है कि जिस तरीके से पिछले चुनावों में धूमल हमीरपुर से जीते थे, वह हालात इस बार सुजानपुर में नहीं हैं। हालात ये हैं कि सुजानपुर में गुरु-चेले की जीत पर समर्थक लाखों रुपए की शर्तें भी लगा रहे हैं। वहीं सुजानपुर की जनता गुरु-शिष्य के बीच हुई जंग के परिणाम के लिए बेताब हैं और बेसब्री से 18 दिसम्बर का इंतजार कर रही थी। यह चुनाव भाजपा नेता प्रेम कुमार धूमल के लिये खास मायने रखता है। अगर धूमल यहां से अच्छी खासी लीड से चुनाव जीतते हैं, तो वह अपनी सरकार बनने पर ताकतवर नेता बनेंगे। लेकिन लीड कम रही तो मुख्यमंत्री बनने के बावजूद उन्हें मुश्किलों से सामना करना पड़ सकता है।
वोटों का गणित
सुजानपुर विस क्षेत्र में जिला हमीरपुर के सभी पांचों विस क्षेत्रों में से सबसे ज्यादा मतदान हुआ है। वहीं सुजानपुर विस क्षेत्र में कुल वोटरों की संख्या 68,504 है जिनमें से महिला वोटरों की संख्या 34,678 है तथा पुरुष वोटरों की संख्या 33,826 है। यानी महिला वोटर ज्यादा हैं और इस बार सुजानपुर में महिला वोटरों ने रिकार्ड मतदान किया है।
कांग्रेस-भाजपा समर्थक कर रहे जीत का दावा
हलांकि 2014 लोकसभा चुनावों तथा उसी दौरान सुजानपुर विस क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को हरा दिया था लेकिन लीड बहुत कम मिली थी। उस समय भाजपा प्रत्याशी सांसद अनुराग ठाकुर को सुजानपुर विस क्षेत्र से करीब 3300 वोटों की लीड मिली थी जबकि उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर 568 वोटों की लीड लेकर चुनाव जीते थे जबकि वर्ष 2012 के आम विस चुनावों में निर्दलीय चुनाव लड़े राजेंद्र राणा ने कांग्रेस-भाजपा के प्रत्याशियों को 14,000 की लीड से हराया था और उस समय भाजपा प्रत्याशी उर्मिल ठाकुर तीसरे नंबर पर रहीं थीं। साल 2012 में पुनर्सीमांकन के बाद बमसन विस क्षेत्र टूट गया था और सुजानपुर विस क्षेत्र नया बना था। इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने हमीरपुर से विस चुनाव लड़ा था और राजेंद्र राणा जो इस समय कांग्रेस के टिकट पर सुजानपुर से विस चुनाव लड़ रहे हैं, उन्होंने निर्दलीय तौर पर चुनाव लड़ते हुए रिकार्ड 14,000 की लीड प्राप्त की थी। अब 2017 आम विस चुनावों में राजेंद्र राणा का मुकाबला सुजानपुर विस क्षेत्र में कभी उनके गुरु रहे प्रेम कुमार धूमल से है। राजनीतिक परिस्थितियों के चलते अब गुरु-चेले में 36 का आंकड़ा है। वहीं कांग्रेस के समर्थक राजेंद्र राणा को 2,000 या 5,000 की लीड से विजयी बनाने का दावा कर रहे हें तो उधर भाजपा समर्थक धूमल को 15,000 से ज्यादा की लीड दिलाकर विजयी बनाकर तीसरी बार प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का दावा कर रहे हैं।
हो सकता है बड़ा उलटफेर
सुजानपुर भाजपा मंडल के अध्यक्ष कै. रणजीत सिंह का कहना है कि सुजानपुर विस क्षेत्र से प्रेम कुमार धूमल 15,000 से ज्यादा की लीड से जीतेंगे तथा 103 बूथों में से करीब 80 बूथों पर भाजपा प्रत्याशी को रिकार्ड बढ़त मिलेगी। उन्होंने बताया कि चुनावों में भाजपा ने पूरे विस क्षेत्र को 7 सैक्टरों में बांटा हुआ था तथा सभी सैक्टरों से बूथ स्तर पर लीड की फीडबैक भी ली गई है, जिसमें प्रेम कुमार धूमल 15,000 से ज्यादा वोटों से जीत रहे हैं।
उधर, सुजानपुर कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा का कहना है कि सुजानपुर विस क्षेत्र में कांग्रेस पूरी एकजुटता से चुनाव लड़ी है और इस बार सुजानपुर में बहुत बड़ा उलटफेर होगा तथा कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र राणा ऐतिहासिक जीत दर्ज करेंगे। उन्होंने बताया कि भाजपा के सभी दावे हवा-हवाई हैं तथा प्रदेश में फिर से वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बन रही है।
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