हिमाचल: बर्फ पर लुत्फ उठा सकेंगे टूरिस्ट, आज से खुला रोहतांग पास
शिमला। देश विदेश से आने वाले पर्यटक अब आसानी से रोहतांग में बर्फ का दीदार कर सकेंगे। कुल्लू जिला प्रशासन ने सोमवार को रोहतांग दर्रे को सैलानियों के लिए खोल दिया है। पिछले दिनों भारी बर्फबारी की वजह से यह दर्रा बंद हो गया था, जिसे आज से खोल दिया गया है। कुल्लू जिला प्रशासन की ओर से बुकिंग के लिए रोहतांग की साइट को ओपन कर दिया है। पर्यटक अब बुकिंग कर मनाली से रोहतांग जा सकेंगे।
पर्यटक रोहतांग परमिट नाम की साइट से 550 रुपये फीस देकर ऑनलाइन परमिट प्राप्त कर सकते हैं। नियमों के मुताबिक एक दिन में 1200 वाहन ही रोहतांग जा सकते हैं। इनमें 800 पेट्रोल और 400 डीजल इंजन के वाहन शामिल हैं। वहीं लाहौल स्पिीति के कई गांव इस साल मौसम की समय से पहले हुई बर्फबारी की वजह से बदहाल हैं।
आमतौर पर लहौल घाटी में नवंबर माह में बर्फबारी होती है। उसके बाद ही यह इलाका बंद होता है। लेकिन इस बार मौसम के बदले मिजाज की वजह से सितंबर माह के अंत में ही यहां बर्फबारी हो जाने से पूरा इलाका अस्त व्यस्त है। यहां पिछले दिनों से बिजली पानी की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। बर्फबारी की वजह से ठंड बढ़ी है। जिससे इलाके के तमाम प्राकृतिक स्त्रोत जम चुके हैं। जिससे लोग उबाल कर पानी पीने को मजबूर हैं। इसी तरह इलाके में विद्युत व्यवस्था भी ठप्प है। यह हाल लाहौल घाटी के 521 राजस्व गांव का है।
केलंग के एसडीएम अमर सिंह ने कहा कि मौसम में बदलाव की वजह से यहां विद्युत सप्लाई बहाल करना इतना आसान नहीं है। इसमें पांच छह दिन और लगेंगे। लेकिन साथ ही मौसम भी देखना पड़ेगा। अगर दोबारा बर्फबारी हो गई तो इसमें कठिनाई आयेगी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस से विद्युत सप्लाई बहाल करने के लिये मदद मांगी है।
इलाके में इस बार समय से पहले हुई बर्फबारी ने इलाके के लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि प्रदेश को राहत बचाव व पुनर्वास कार्यों के लिए 200 करोड़ रुपये की उदार आर्थिक सहायता तत्काल जारी करने का आग्रह किया है। इस बीच राज्य सरकार ने पुनर्वास कार्यों के लिए अपने स्तर पर 230 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
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