Sukhvinder Singh Sukhu: तो इस वजह से कांग्रेस ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को बनाया हिमाचल का CM
अमित शाह ने हिमाचल की चुनावी रैली में सुखविंदर सिंह सुक्खू को लेकर बयान दिया था कि उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा, बावजूद इसके कांग्रेस ने सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान किया है।
हिमाचल प्रदेश में तमाम अटकलों के बीच आखिरकार कांग्रेस ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर चुना है। सुखविंदर सिंह सुक्खू को प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री घोषित करके कांग्रेस ने एक खास संदेश देने की कोशिश की है। दरअसल सुखविंद सिंह सुक्खू जमीनी नेता के रूप में जाने जाते हैं, यही वजह है कि सुखविंदर सिंह लक्खू को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस पार्टी यह संदेश देना चाहती है कि वह जमीनी नेता को प्रदेश की कुर्सी दे रही है ना कि किसी राजसी परिवार को।
जमीनी नेता
दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव प्रचार के दौरान हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पर शाही परिवार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। अमित शाह ने रैली के दौरान कहा था सुखविंदर सिंह सुक्खू को प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा क्योंकि वह किसी के बेटे या बेटी नहीं हैं। सुक्खू के नाम के ऐलान के बाद कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट करके लिखा, यह गर्व की बात है कि एक साधारण परिवार से आए व्यक्ति हमारे मुख्यमंत्री होंगे, हमारे नेतृत्व को धन्यवाद। आनंद शर्मा ने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को शुक्रिया कहा।
शाही परिवार से दूरी
सुखविंदर सिंह लक्खू का करीबी मुकाबला प्रतिभा सिंह से था। प्रतिभा सिंह हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी होने के नाते वह प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने की हसरत पाले हुए थीं। यही नहीं 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह भी सीएम की रेस में थे। ऐसे में कांग्रेस का आला कमान वीरभद्र सिंह के परिवार से किसी को मुख्यमंत्री बनाकर फिर से शाही परिवार वाला संदेश लोगों को बीच नहीं देना चाहती थी।
राजा-रानी नहीं चलेगा
लेकिन जिस तरह से रैली में कहा था कि लोकतंत्र में राजा और रानी की कोई जगह नहीं है। लोकतंत्र में आपको लोगों के लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा था कि भाजपा के जयराम ठाकुर की कोई राजनीतिक विरासत नहीं है। सूत्रों की मानें तो प्रतिभा सिंह प्रदेश की मुख्यमंत्री बनना चाहती थीं लेकिन विधायकों का समर्थन सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ था। इसकी बड़ी वजह थी सुक्खू जमीनी नेता हैं। इसके अलावा प्रतिभा सिंह के दूसरे प्रतिद्वंदी मुकेश अग्निहोत्री, जिन्होंने अपनी राजनीतिक शुरुआत वीरभद्र सिंह के साये में की थी। उन्हें प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
कांग्रेस का कूटनीतिक दांव
सुखविंदर सिंह सुक्खू की बात करें तो उनकी उम्र 58 साल है जबकि प्रतिभा सिंह की उम्र 68 वर्ष। ऐसे में वह प्रतिभा सिंह से तकरीबन एक दशक छोटे हैं। कांग्रेस ने जमीनी कार्यकर्ता को शाही परिवार के ऊपर चुनकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि पार्टी परिवार से इतर काम करने वाले नेता को तरजीह देती है। सुक्खू राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं और वह हर किसी को साथ लेकर चलने का संदेश दे रहे हैं, ऐसे में सुक्खू को सीएम बनाकर पार्टी सबको साथ लेकर चलने का संदेश देना चाहती है। वहीं प्रियंका गांधी ने प्रदेश में 10 रैलियां की थी, जब राहुल गांधी ने खुद को भारत जोड़ो यात्रा के साथ जोड़े रहने का फैसला लिया था।