हाथरस: 27 फरवरी से लापता था मासूम विशाल, गेहूं के खेत में पड़ा मिला कंकाल
हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक 8 साल के मासूम का कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम ने मौका-ए-वारदात का निरीक्षण किया और साक्ष्यों को अपने कब्जे में लेकर कंकाल को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हालांकि अब तक की छानबीन में यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि बच्चे की मौत किन हालातों में हुई। फिलहाल पुलिस घटना के पहलुओं की जांच कर रही है।
27 फरवरी से लापता था विशाल
जानकारी के मुताबिक, हाथरस के बरसै गांव निवासी मुकेश पुत्र मिहीलाल मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। 27 फरवरी को मुकेश का 9 वर्षीय पुत्र विशाल उर्फ सूखा गांव के खेतों में आलू बीनने के लिए गया था और लौटकर नहीं आया। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। परिजनों को चिंता सताने लगी। मुकेश ने अपने बेटे विशाल के लापता होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी। विशाल गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार में पढ़ता था।
गेहूं के खेत मिला नरकंकाल
गांव के रनवीर सिंह गुरुवार को अपने खेत में गेहूं की कटाई कर रहे थे। अचानक खेत में एक मासूम के कंकाल देखकर वह सकते में आ गए। इसी खेत में एक बच्चे के कपड़े भी थे। मजदूरों ने इसकी सूचना तुरंत गांव वालों को दी। मौके पर ग्रामीणों का तांता लग गया। प्रभारी निरीक्षक अश्विनी कौशिक भी दलबल सहित मौके पर पहुंच गए। घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। मौके पर मिले कंकाल और कपड़ों को कब्जे में ले लिया।
कपड़ों के आधार पर हुई शिनाख्त
वहीं, परिजनों ने कपड़ों के आधार पर कंकाल की शिनाख्त विशाल उर्फ सूखा के रूप में कर ली। बच्चे की मौत की सूचना से परिवार में कोहराम मचा है। गांव में सन्नाटा पसर गया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी रामशब्द यादव ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। हालांकि अब तक की छानबीन में अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि बच्चे की मौत किन हालातों में हुई। फिलहाल पुलिस घटना के पहलुओं की जांच कर रही है।
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