हाथरस कांड के आरोपियों ने जेल से एसपी को लिखी चिट्ठी, कहा- ये ऑनर किलिंग का मामला
हाथरस। 19 वर्षीय युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या के मामले जहां पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। वहीं, अब इस कांड के चारों आरोपियों ने जेल से पुलिस अधीक्षक (एसपी) को चिट्टी लिखी है, जिसने मामले ट्विस्ट और बढ़ा दिया है। जी हां, चिट्ठी में आरोपियों ने कहा है कि वह निर्दोष है। इतना ही नहीं, मुख्य आरोपी संदीप ने दावा किया है कि 'उसकी दोस्ती मृतका से थी और यह बात उसके परिवार को पसंद नहीं थी।
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घर वालों को पसंद नहीं थी हमारी दोस्ती
हाथरस एसपी को भेजे गए चिट्ठी में संदीप ने कहा, 'पीड़िता के साथ मेरी दोस्ती थी। मुलाकात के साथ मेरी कभी-कभी उससे फोन पर बात हो जाती थी। मेरी यह दोस्ती उसके घर वालों को पसंद न थी। घटना के दिन पीड़िता ने मुझे मिलने के लिए खेत में बुलाया था, जब मैं वहां गया तो पीड़िता के साथ उसकी मां और भाई मौजूद थे।' चिट्ठी में आरोपी संदीप ने कहा कि पीड़िता के कहने पर मैं अपने घर चला गया। अपने पिता के साथ पशुओं को पानी पिला रहा था, तभी मुझे खबर मिली कि पीड़िता की मां और उसके भाई ने पिटाई की है। उसे गंभीर चोट आई थी। बाद में उसकी मौत हो गई।
'मैंने नहीं मारा पीड़िता को'
संदीप ने कहा कि मैंने कभी भी पीड़िता तो मारा नहीं है और न ही कोई गलत काम किया। संदीप का कहना है कि इस मामले में हम निर्दोष हैं। मेरे रिश्तेदार रवि और शमू को भी फंसाया गया। साथ ही लवकुश का नाम भी डाला गया है। हम चारों निर्दोष हैं और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। वहीं, हाथरस जेल अधीक्षक ने चिट्ठी लिखे जाने की पुष्टि की है। हालांकि, अभी तक एसपी की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
पुलिस जांच में फोन पर बात होने की हुई थी पुष्टि
यूपी पुलिस ने पीड़िता के परिवार और मुख्य आरोपी के फोन की जांच की है। उन्होंने पाया कि पीड़िता मुख्य आरोपी के साथ लगातार टेलीफोनिक संपर्क में थी। पुलिस के मुताबिक, जांच में पता चला है कि संदीप को पीड़िता के भाई के नाम से एक नंबर से नियमित कॉल आए। पीड़िता के भाई के नंबर 989xxxxx और संदीप के 76186xxxxx के बीच 13 अक्टूबर, 2019 से टेलीफोनिक बातचीत शुरू हुई। अधिकांश कॉल चंदपा क्षेत्र में स्थित और सेल टॉवरों से किए गए थे, जो पीड़िता के गांव से बमुश्किल 2 किमी दूर थे।
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