किसानों के साथ बेनतीजा रही बातचीत पर खट्टर का बयान, सिर्फ कृषि कानून रद्द करना ही मुद्दा नहीं है
चंडीगढ़। Manohar lal Khattar on Farmer Protest केंद्र सरकार और किसानों के बीच शुक्रवार को हुई 8वें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। इस मीटिंग में केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने से साफ इनकार कर दिया। वहीं किसान भी लगातार कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि अब तक सरकार और किसानों के बीच समाधान निकल गया होता, यदि तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करना ही एकमात्र मुद्दा होता। सीएम खट्टर ने कहा है कि किसानों और सरकार के बीच लगातार बेनतीजा रहने वालीं बैठकों को देखकर यही समझ आता है कि मुद्दा सिर्फ कानून को वापस लेना नहीं है।

15 जनवरी को होगी अगले दौर की बातचीत
आपको बता दें कि किसान और सरकार के बीच अब अगले दौर की बातचीत 15 जनवरी को होगी। सीएम खट्टर ने कहा है कि सरकार अभी भी इस उम्मीद में है कि 9वें दौर की बातचीत में जरूर कोई समाधान निकल सकता है। सीएम खट्टर ने गृह मंत्री (Home Minister) अमित शाह से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर कानूनों को रद्द करना एकमात्र मुद्दा होता, तो बैठक में समाधान हो जाता, कई अन्य मुद्दों पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
सरकार के सामने विकल्प रखें किसान- नरेंद्र सिंह तोमर
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के सामने अपना पक्ष रख दिया है। सरकार ये साफ कर चुकी है कि सितंबर में लाया गया कृषि कानून रद्द नहीं किया जाएगा। वहीं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि किसानों के साथ हो रही बैठकों में कोई भी फैसला इसलिए नहीं लिया जा सकता, क्योंकि किसानों ने कानून को रद्द करने के अलावा और कोई विकल्प रखा ही नहीं है।