हरियाणा के शिक्षा मंत्री बोले-वीर सावरकर का देश के लिए संघर्ष अभूतपूर्व था
नई दिल्ली, 13 मई: हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को पढ़ाई जाने वाली इतिहास की पुस्तकों में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहें है। हरियाणा सरकार क्लास 9 की इतिहास के किताबों में वीर सावरकर के चैप्टर को जोड़ा गया है। हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने विनायक दामोदर (वीर) सावरकर की प्रशंसा करते हुए 9वीं कक्षा की पाठ्यपुस्तक का बचाव किया। मंत्री ने कहा कि बच्चों को उनके बारे में पहले भी पढ़ाया जा रहा था।

शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि, मेरा स्टैंड यह है कि वीर सावरकर द्वारा दिए गए बलिदान और देश के लिए उनके संघर्ष अभूतपूर्व थे। उनके पास एक दर्शन था और उन्होंने चीजों को अपने तरीके से किया। कुछ लोग सोचते हैं कि केवल गांधी जी के दर्शन की जीत होनी चाहिए, यह उनकी सोच हो सकती है। देश के लिए लड़ने वालों की अलग-अलग विचारधाराएं थीं लेकिन सभी ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। यह एक व्यक्तित्व को दूसरे से कम नहीं बनाता है। वे सभी समान रूप से महान थे।
बता दें कि ,स्कूल बोर्ड के इतिहास के पाठ्यक्रम में वीर सावरकर सहित प्रदेश के कई महापुरूषों की गाथा इतिहास की पुस्तकों में विस्तार से पढ़ाने के अलावा नौवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में अब बच्चों को पढ़ाया जाएगा, कि देश का विभाजन कांग्रेस ने करवाया था। शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि, इतिहास को शुगर कोटेड नहीं बना सकते है। जहां कंग्रेस को श्रेय मिल रहा है वहीं गलतियों को भी बताया जाएगा। देश का विभाजन स्वीकार किया गया तो ये भी बड़ी गलती थी।
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शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि, हर कोई जानता है कि 1947 में किसकी सरकार थी। जब इतिहास लिखा जाएगा तो वैसा ही लिखा जाएगा जैसा था, इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार नही ठहराया जा सकता। शिक्षा मंत्री ने कहा कि उस समय की सरकार की मजबूरी हो सकती है। इस पर सवाल उठ सकते हैं, कुछ लोग पक्ष में हो सकतें हैं, कुछ नहीं, लेकिन इतिहास तो इतिहास है। वह तो वैसे ही पढ़ाया जाएगा।