हरियाणा सरकार ने कंप्यूटर टीचर और लैब अटैंडेंट का वेतन 3-3 हजार बढ़ाया
चंडीगढ़। हरियाणा शिक्षा विभाग ने अस्थाई तौर पर काम कर रहे कंप्यूटर टीचर और लैब अटैंडेंट की तनख्वाह बढ़ाई है। इनकी तनख्वाह में तीन-तीन हजार रुपए की बढ़ोतरी की गई है। जनसंपर्क एवं सूचना विभाग ने बताया कि, कंप्यूटर टीचर को अब 15 की बजाए 18 हजार तो अटैंडेंट को 9 की बजाए 12 हजार रुपए प्रति महीने मिलेंगे। इससे राज्य के करीब 2250 टीचर और 23 सौ अटैंडेंट को फायदा होगा। तनख्वाह की यह बढ़ोतरी 1 अप्रैल से लागू होगी।
वेतन वृद्धि पर कंप्यूटर टीचर वेलफेयर एसोसिएशन ने खुशी जताई है। हालांकि, इस एसोसिएशन को सरकार से एक शिकायत भी है। इसके प्रदेशाध्यक्ष बलराम धीमान व प्रदेश प्रवक्ता सुरेश नैन का कहना है कि सरकार ने वेतन बढ़ोतरी तो कर दी, लेकिन अभी अनुबंध नहीं बढ़ाया। उन्होंने कहा कि, सरकार हर साल एक जुलाई से 31 मई तक का अनुबंध करती है। जून का अनुबंध नहीं करती, जिसकी वजह से इस माह का वेतन भी नहीं मिला। सुरेश नैन ने यह भी कहा कि, हमें सर्दियों की 15 दिन की छुटि्टयों का भी वेतन नहीं मिलता।
कंप्यूटर टीचर वेलफेयर एसोसिएशन ने मांग की है कि, सरकार तत्काल कंप्यूटर टीचर्स का अनुबंध बढ़ाए। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि, अभी तक इनका अनुबंध नहीं बढ़ाया गया है, जो कि बीते 31 मई को खत्म हो चुका है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों की मानें तो कंप्यूटर टीचर्स को 2013 में प्राइवेट कंपनियों के जरिए लगाया गया था। उसके बाद खट्टर सरकार आई तो 2015 में कंपनियों को हटाकर उन्हें शिक्षा विभाग के अधीन कर दिया गया।
कंप्यूटर टीचर वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुद जनवरी, 2018 से टीचर का वेतन 10 हजार रुपए से बढ़ाकर 21,715 और सहायक का 6 हजार से बढ़ाकर 11,500 रुपए करने की घोषणा की थी। उस बारे में तत्कालीन एसीएस ने आदेश भी जारी किए, लेकिन यह घोषणा लागू नहीं हुई। अब हम चाहते हैं कि, ये मांग पूरी की जाए।