किसानों को मरहम लगाना तो दूर, मोदी सरकार ने उन्हें घाव ही घाव दिए: कांग्रेस महासचिव सुरजेवाला
चंडीगढ़। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की सलाहकार कमेटी के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लिया। सुरजेवाला ने कैथल में अपने निवास स्थान पर पहले कार्यकर्ताओं से मिलकर समस्याएं सुनीं। उसके बाद किसान भवन से मोदी सरकार पर टिप्पणियां कीं। सुरजेवाला बोले- 'मोदी किसानों के मरहम लगाना तो दूर, उन्हें घाव पर घाव दिए जा रहे हैं। मोदी ने काशी की पवित्र धरती पर जाकर 62 करोड़ किसान-मजदूरों को बरगलाने की जो कोशिश की है, उसने एक बार फिर किसान और उसकी मेहनत का अपमान किया है।''
सुरजेवाला ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट कर किसान संगठनों के लिए अपनी मांगें दोहराईं। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि, अब देखिए आखिर.. अहंकारी मोदी सरकार ने 7 दिन बाद किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है। हमारा कहना है कि, अब मोदी सरकार ये ज़रूरी कदम भी उठाएँ। पहला कदम- तीनों काले क़ानून सस्पेंड करें। दूसरा- पराली पर जुर्माने का क़ानून सस्पेंड करें। तीसरा- किसानों पर से सब मुक़दमे वापस लें।' सुरजेवाला ने कहा कि, 'मोदीजी पूर्वाग्रह छोड़कर खुले दिमाग़ से बात करें।''
मोदी सरकार पर बोलने के अलावा सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर भी निशाना साधा। करनाल व हरियाणा में हुए शराब घोटाले को लेकर सुरजेवाला बोले कि, खट्टर साहब की खुद की विधानसभा में ही नाक के नीचे शराब का गोरखधंधा चला। क्यों कार्रवाई नहीं होती। उनकी व दुष्यंत चौटाला की सरकार में ऐसे क्यों चल रहा है। ऐसी सरकार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।'
इससे पहले भी एक वीडियो जारी कर सुरजेवाला ने और भी बातें कहीं। वह बोले कि, 'एक तरफ तो केंद्र सरकार आंदोलनकारी किसानों को वार्ता के लिए आमंत्रित कर रही है तो वहीं, दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कहना कि कृषि संबंधित बनाए गए सभी कानून सही हैं, यह वाक्या केंद्र सरकार के दोगलेपन को दर्शाता है।' उन्होंने कहा कि, 'यदि प्रधानमंत्री मोदी के लिए कानून सही हैं तो फिर किस लिए किसानों से वार्ता करने का ढोंग किया जा रहा है। हम कह रहे हैं कि कांग्रेस इन कानूनों का खुलकर विरोध करेगी। हम काले कानून को नहीं मानने वाले।'
देर आए, दूरस्त आए।
आख़िर अहंकारी मोदी सरकार ने सात दिन बाद किसानों को बातचीत के लिए बुलाया।
अब मोदी सरकार ये ज़रूरी कदम भी उठाएँ-
1. तीनों काले क़ानून सस्पेंड करें।
2. पराली पर जुर्माने का क़ानून सस्पेंड करें।
3. सब मुक़दमे वापस लें।
पूर्वाग्रह छोड़ खुले दिमाग़ से बात करें। pic.twitter.com/d38ToNeWKb
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 1, 2020