सीएए का काम शुरू हो चुका है, एनआरसी घुसपैठिए-आतंकी तत्वों को खदेड़ने का कानून: CM रूपाणी
गांधीनगर. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने साबरमती आश्रम के बाहर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में रैली की। रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएए का काम शुरू हो चुका है, शरणार्थियों को नागरिकता देने में मेरी सरकार तात्कालिक फैसले लेगी। मोदी सरकार ने जो कानून संसोधित किया, उससे शीघ्र ही नागरिकता दी जा सकेगी। पहले 11 साल या इससे भी ज्यादा समय भी लगता था।''
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि कानून लागू होने ठीक बाद गुजरात में बहुत से प्रताड़ित पाकिस्तानी हिंदुओं को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंपा जा चुका है। बीते दिनों ऐसे ही शरणार्थियों को नागरिकता मिली। उससे पहले एक मुस्लिम महिला भी भारतीय नागरिक घोषित की गई।
वोट बैंक खिसकने के डर से कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा
मुख्यमंत्री
ने
आगे
कहा
कि
जब
संपूर्ण
देश
पीड़ित
हिंदू
शरणार्थियों
को
रखने
के
कानून
का
स्वागत
कर
रहा
है,
तब
कांग्रेस
के
पेट
में
दर्द
हो
रहा
है,
क्योंकि
उन्हें
वोट
बैंक
का
डर
सताने
लगा
है।
पाकिस्तान
समेत
अन्य
देशों
के
हिंदू
शरणार्थियों
में
अधिकांश
अनुसूचित
जाति
के
हैं
और
उनका
ही
कांग्रेस
विरोध
कर
रही
है।''
बता
दें
कि,
राज्य
सरकार
के
मंत्रियों
ने
मंगलवार
को
राज्य
के
सभी
33
जिलों
में
रैलियों
में
भाग
लिया
था।
इन
रैली
और
प्रदर्शनों
का
आयोजन
आरएसएस
की
मदद
से
नागरिक
समितियां
करके
किया
गया।
एनआरसी घुसपैठिए-आतंकी तत्वों को खदेड़ने का कानून
मुख्यमंत्री रूपाणी ने एनआरसी के बारे में बोलते हुए कहा, ''एनआरसी देश से घुसपैठियों और आतंकी तत्वों को खदेड़ने का कानून है। कांग्रेस इस मामले में भारत की अलग-अलग कौम के बीच वैमनस्य फैलाकर जातिवादी जहर घोलने का काम कर रही है। गुजरात के कच्छ में हमने पाकिस्तान के आये हुए रेफ्यूजी को हिंदुस्तानी नागरिक बनाया है। हम वही काम कर रहे हैं, जो कांग्रेस को इन संकटग्रस्त हिंदुओं की मदद के लिए करना चाहिए था। अब हम इसे कर रहे हैं तो आप इसका विरोध कर रहे हैं। क्या ये भूल गए कि बांग्लादेश में हिंदू आबादी केवल 2 प्रतिशत पर सिमट गई है।''
गांधी और मनमोहन की इच्छाओं का सम्मान नहीं कर रही कांग्रेस
''महात्मा गांधी ने कहा था कि जब इन तीन देशों में रहने वाले लोग भारत आएंगे तो उन्हें स्वीकार किया जाना चाहिए। मैं कांग्रेस से इस बात का जवाब देने के लिए कहता हूं कि अगर वे गांधीजी का अनुसरण करते हैं तो वे सीएए का विरोध क्यों कर रहे हैं। कांग्रेस इस विषय पर महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इच्छाओं का सम्मान नहीं कर रही।''
भारत में मुस्लिम बढ़ रहे, पाकिस्तान में हिंदू लगातार घटे
''हिंदुस्तान के विभाजन के समय (1947 में) पाकिस्तान में 22 प्रतिशत हिंदू थे। अब प्रताड़ना, दुष्कर्म और उत्पीड़न की वजह से उनकी जनसंख्या घटकर केवल 3 प्रतिशत रह गई है। इसलिए वहां रह रहे हिंदू भारत वापस आना चाहते हैं। और, पाकिस्तान-बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान में हिंदू जहां घटे हैं, वहीं भारत में मुस्लिम बढ रहे हैं।''
भारत में मुस्लिम खुश, लेकिन पाक-अफगान में हिंदू सुरक्षित नहीं
''बंटवारे के वक्त भारत में मुस्लिमों की आबादी 9 प्रतिशत थी, लेकिन आज पूरे देश में 14 प्रतिशत मुस्लिम समुदाय बसा हुआ है, जो संकेत है कि भारत में मुसलमान सुरक्षित और खुश हैं। इसके अलावा आंकड़े यह भी बताते हैं कि, बंटवारे के वक्त पाकिस्तान-अफगानिस्तान में 500 से ज्यादा हिंदू मंदिर थे, जो घटकर 20 रह गए हैं। इसका मतलब है कि हिंदू वहां सुरक्षित नहीं हैं।''
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