14 साल की बालिका की अगुवाई में 100 से ज्यादा लड़कियों ने मांगे लाइसेंसी हथियार, बोलीं- अपनी सुरक्षा खुद करेंगे
राजकोट। लगातार बढ़ रहीं रेप की वारदातों के चलते बेटियां असुरक्षित महसूस करने लगी हैं। उन्हें अपनी इज्जत और सुरक्षा की चिंता होती है। ऐसे में गुजरात के राजकोट में सैकड़ों लड़कियों की तरफ से आज जो किया गया, उसकी दुनियाभर में चर्चा होने लगी है। एक 14 साल की किशोरी की अगुवाई में 100 से ज्यादा लड़कियों ने खुद के लिए लाइसेंसी हथियार की मांग की। जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर लड़कियों ने कहा कि, अब अपनी सुरक्षा हमें खुद करनी है। सरकार हमें लाइसेंसी हथियार रखने व चलाने की ट्रेनिंग दे।
100 से ज्यादा लड़कियों ने मांगा लाईसेंस
संवाददाता ने बताया कि, यह सब 14 वर्षीय मितल केशुभाई परमार की अगुवाई में हुआ। उसका कहना है कि यदि सरकार लाइसेंस और हथियार देने से इनकार करती है, तो सरकार हमारी जिम्मेदारी ले। हमारे साथ भविष्य में यदि कोई हादसा-घटना होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। हाल ही में हाथरस और अन्य जगहों में सामूहिक दुष्कर्म की वारदातें हुई हैं। इसीलिए यह विचार आया कि इन बेटियों के पास लाइसेंसी हथियार होता तो ये बच सकती थी।
बेटियां बोलीं- दुष्कर्मियों को तत्काल फांसी का कानून बने
मित्तल आगे बोली कि, हम राज्यपाल, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से कहना चाहते हैं कि यदि एक दिन में डिमोनेटाइजेशन हो सकता है, एक दिन में लॉकडाउन लग सकता है तो एक ही दिन में दुष्कर्मियों को सजा देने का कानून क्यों नहीं बन सकता? ऐसा कानून बनाना चाहिए और जब तक ऐसा कानून नही बनता 'स्व-रक्षा ही हैवानियत से सुरक्षा का एकमात्र उपाय है और इसी कारण हम हथियार की मांग कर रहे हैं।
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पुलिस ने डिटेइन किया, फिर 5 मिनट में छोड़ा
बड़ी संख्या में कलेक्टर कचहरी पहुंची इन लड़कियों को पुलिस ने पहले तो हिरासत में ले लिया। उसके बाद कलेक्टर ने तुरंत उन्हें छोड़ने के और हथियार के लिए अर्जी स्वीकार करने के आदेश दिए। वहां सौराष्ट्र के अलग-अलग जिले से राजकोट पहुंची 100 से ज्यादा लड़कियों ने लाइसेंसी हथियार के लिए अपना आवेदन दिया।