गुजरात विधानसभा में 20 साल बाद पहली बार दिखा ऐसा नजारा, कांग्रेस नेता ने की सदन की अध्यक्षता
गांधीनगर। गुजरात विधानसभा में भाजपा के सत्ता में रहते हुए (25 साल में) पहली बार ऐसा ऐतिहासिक नजारा दिखा, जब विपक्षी दल कांग्रेस के नेता ने सदन की अध्यक्षता की हो। यह दिन था 26 मार्च 2021, शुक्रवार। दरअसल, विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी इस दिन अनुपस्थित थे। तब विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) की अनुपस्थिति में भिलोदा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक जोशीयारा 1 घंटे से ज्यादा समय के लिए सदन के अस्थायी स्पीकर बने रहे। सत्तारूढ़ भाजपा के ढाई दशक के शासनकाल में यह ऐतिहासिक क्षण पहली बार देखने को मिला।
मालूम हो कि,राज्य विधानसभा के नियमानुसार अगर विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) किसी वजह से सदन की कार्यवाही का संचालन नहीं कर पाते हैं, तो इस स्थिति में प्रोटेम स्पीकर के पैनल में से किसी एक विधायक को प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी दी जाती है। विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) की अनुपस्थिति में जिन्हें प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी दी जानी थी, उस दौरान चेयरपर्सन के पैनल में भाजपा से डॉ. निमाबेन आचार्य, पुर्नेश मोदी, दुष्यंत पटेल और कांग्रेस पार्टी से अनिल जोशीयारा शामिल रहे।
ताज्जुब की बात यह है कि, शुक्रवार के दिन विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी एवं निमाबेन आर्चाय दोनों ही स्पीकर विधानसभा भवन में उपस्थित रहने के बावजूद सदन में अनुपस्थित रहे। इनके अलावा, भाजपा के 2 अन्य सदस्य पुर्नेश मोदी भी अनुपस्थित रहे। वहीं, भाजपा के दुष्यंत पटेल पहले ही अपने निर्वाचन क्षेत्र भरूच के लिए रवाना हो चुके थे। ऐसे में प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी कांग्रेस के अनिल जोशीयारा को सौंपने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था।
लव जेहाद पर बिल गुजरात विधानसभा में अगले हफ्ते आएगा, पुराने कानून का संशोधन करके होगा तैयार
फिर क्या था.. गुजरात विधानसभा में जोशीयारा ही एक घंटे से ज्यादा समय के लिए स्पीकर बने। विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी के नेता जोशीयारा को गुजरात राज्य विधानसभा में भाजपा के सत्ता में होने के बावजूद स्पीकर की जिम्मेदारी को संभालने का मौका मिला। इस दौरान अनिल जोशीयारा ने एक घंटे से अधिक समय तक के लिए सदन का संचालन किया। वैसे अब तक विधानसभा के अध्यक्ष की गैर-मौजूदगी में सत्तारूढ़ भाजपा विधायक ही सदन का संचालन करते थे।