चक्रवाती तूफान निसर्ग के बाद भावनगर में भयंकर बारिश हुई, प्याज की 20 हजार बोरियां भीगीं
भावनगर। अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान निसर्ग के बाद तटीय हिस्सों में जोरदार बारिश हुई। गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र के कई जिले तर-बतर हो गए। अमरेली, भावनगर, सूरत और राजकोट के निचले इलाकों में पानी भर गया। भावनगर जिला स्थित महुवा मार्केटिंग यार्ड में पानी घुसने के कारण प्याज की करीब 20 हजार बोरियां जंगलों में खिसक गईं। इस मर्तबा भारी मात्रा में प्याज के स्टॉक को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। राज्य में इस बार प्याज का उत्पादन काफी कम हुआ था और ज्यादातर बोरियां बाहर से मंगवाई जा रही थीं।
पिछले
वर्ष
भी
प्याज
की
75%
फसल
खराब
हुई
थी
इसी
तरह
पिछले
साल
अक्टूबर
के
महीने
में
बेमौसम
बारिश
तूफान
के
चलते
भावनगर
और
अमरेली
में
प्याज
की
लगभग
75%
फसल
तबाह
हो
गई
थी।
द्
टाइम्स
आॅफ
इंडिया
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
उन
दौरान
चक्रवात
'महा'
और
'क्यार'
के
प्रभाव
वाले
क्षेत्र
में
तेज
बूंदे
बरसीं
थीं
और
प्याज-लहसुन
के
स्टॉक
गल
गए।
जिसके
बाद
कहा
गया
कि,
जनवरी
के
मध्य
में
स्थानीय
बाजारों
में
आने
वाले
प्याज
में
कम
से
कम
3
महीने
की
देरी
होगी।
इन
2
शहरों
में
ही
होते
हैं
प्याज
के
भंडार
बता
दें
कि,
गुजरात
में
भावनगर
और
अमरेली
की
सफेद
प्याज
भारतभर
में
बिकती
है।
यहां
भारी
तादाद
में
प्याज
के
स्टॉक
भी
लगते
हैं।
अब
बारिश
की
वजह
से
हजारों
बोरी
प्याज
भीगने
की
खबर
चिंता
का
बड़ा
सबब
बन
गई
है।