पत्रकार विक्रम जोशी मर्डर केस: पत्नी को नौकरी और 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद देगी योगी सरकार
गाजियाबाद। 20 जुलाई की देर शाम दैनिक अखबार के पत्रकार विक्रम जोशी को उनकी बेटियों के सामने बदमाशों ने गोली मार दी थी। गोली उनके सिर में मारी गई थी, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बता दें कि बुधवार की सुबह इलाज के दौरान विक्रम जोशी की मौत हो गई। विक्रम जोशी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने आर्थिक मदद का ऐलान किया है।
आर्थिक मदद देने की सीएम ने की घोषणा
गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने बताया कि पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार के लिए प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। इसके साथ ही पत्नी को नौकरी और बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने का आदेश दिया गया है। एक हफ्ते में परिवार के सदस्य को सरकारी या गैर-सरकारी नौकरी योग्यता के आधार पर दिलाई जाएगी।
विक्रम जोशी के परिजनों ने शव लेने से किया था इनकार
वहीं, अब न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए विक्रम जोशी के भांजे का कहना है कि जब तक मुख्य आरोपी नहीं पकड़े जाते वह अपने मामा (विक्रम जोशी) के शरीर को नहीं लेंगे। विक्रम जोशी के भांजे की मानें तो कमाल-उ-दीन के बेटे सहित कुछ लड़के मेरी बहन के साथ छेड़छाड़ करते थे। मेरे मामा घर आ रहे थे, जब कमाल-उ-दीन के बेटे ने उन पर हमला किया और उन्हें गोली मार दी।
क्या है पूरा मामला
20 जुलाई की देर शाम विक्रम जोशी अपनी पांच और आठ साल की बेटियों के साथ माता कॉलोनी, अपनी भांजी के जन्मदिन में शामिल होने जा रहे थे। बीच कमाल-उल-दीन के लड़के और उसके साथ मौजूद 15 से 20 बदमाशों ने पहले विक्रम को पीटा, फिर सिर में गोली मारी दी। घटना को अनजाम देने के बाद आरोपी मौका-ए-वारदात से फरार हो गए थे। इस घटना का सीसीटीवी भी सामने आया था। विक्रम जोशी जमीन पर घायल पड़े रहे। उनकी छोटी बेटी पिता को बेसुध देख फूट-फूटकर रोने लगी। दरअसल, 16 जुलाई को भांजी से छेड़छाड़ के मामले इन गुंडों के खिलाफ विजय नगर थाने में शिकायत में की थी, लेकिन गाजियाबाद की पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया।
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अब तक 9 आरोपी गिरफ्तार
गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने रवि, छोटू, मोहित, दलवीर, आकाश, योगेंद्र, अभिषेक हलका, अभिषेक मोटा और शाकिर को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा बाकी आरोपियों की तलाश के लिए 6 टीमें बनाई गई हैं। पुलिस को नामजद अभियुक्त आकाश बिहारी की तलाश है। जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। बताया कि पत्रकार विक्रम जोशी के परिवारवालों ने प्रताप विहार चौकी इंचार्ज राघवेंद्र पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। जिसके बाद चौकी इंचार्ज राघवेंद्र को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी प्रथम को सौंप दी गई है।