7 बार सांसद चुने जा चुके इन 2 गुजरातियों का अब तक नहीं टूटा रिकॉर्ड, इस बार रहे चुनाव से दूर
Lok sabha elections 2019 News, गांधीनगर। गुजरात में दो नेता ऐसे हैं जो अब तक 7 बार सांसद रह चुके हैं। ये दोनों पूर्व सांसद हैं, कांग्रेस के दाहोद लोकसभा सीट के सोमजी डामोर और भाजपा के अहमदाबाद लोकसभा सीट से चुनाव जीतते रहे हरिन पाठक। इन दोनों के नाम गुजरात में सबसे ज्यादा लोकसभा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड है। यहां 1952 से लेकर 2014 तक इतनी बार कोई भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीता है।
गुजरात में 11 नेता ऐसे जो 5 से ज्यादा बार सांसद चुने गए
इतना ही गुजरात से जुड़ा एक अन्य दिलचस्प पहलू ये है कि राज्य में 11 नेता ऐसे हैं, जिन्होंने पांच या उससे अधिक बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद में गए हैं। इन नेताओं में गांधीनगर से सांसद रहे लालकृष्ण आडवाणी, सूरत के काशीराम राणा, भावनगर के राजेंद्र सिंह राणा, खेड़ा के दिनशा पटेल, छोटा उदेपुर के नारन राठवा, आनंद के इश्वरसिंह चावड़ा, धंधुका के रतिलाल वर्मा, जामनगर के चंद्रेश पटेल और महेसाणा के एके पटेल शामिल हैं। ये सभी उम्मीदवार पांच से ज्यादा टर्म तक सांसद रह चुके है।
लालकृष्ण आडवाणी समेत ये नेता 6 बार सांसद रहे
धंधुका सीट के रतिलाल वर्मा छह बार सांसद बने हैं। वह सातवीं बार भी चुनाव लड़ सकते थे, लेकिन परिसीमन के कारण, उनकी सीट भंग हुई और वह चुनाव नहीं लड़ सके। लालकृष्ण आडवाणी गांधीनगर सीट से छह बार सांसद रहे हैं, लेकिन इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। वहीं, इस बार भाजपा ने सबसे ज्यादा बार सांसद चुने गए हरिन पाठक को भी टिकट नहीं दिया है। हरिन 2014 के चुनाव में भी हिस्सा नहीं ले पाए थे।
1984 तक रहा कांग्रेस का दबदबा, भाजपा के उदय के बाद ऐसे कम होता गया सबसे पुराने दल का रुतबा
2014
में
पार्टी
ने
फिल्म
स्टार
परेश
रावल
को
टिकट
दिया
था,
इस
बार
नगरसेवक
हसमुख
पटेल
चुनावी
मैदान
में
उतरे।
वहीं,
कांग्रेस
के
उम्मीदवार
दिनशा
पटेल
भी
पांच
बार
सांसद
रहे
हैं।
वर्ष
2009
के
लोकसभा
चुनाव
में
उन्होंने
भाजपा
के
उम्मीदवार
देवूसिंह
चौहान
को
हराया
था।
तब
उन्हें
केवल
700
वोटों
से
जीत
मिली
थी।
जामनगर
सीट
से
चंद्रेश
पटेल
सांसद
रहे
हैं,
वह
पांच
बार
चुनाव
जीत
चुके
हैं।
इस लोकसभा सीट पर 8 बार जीती कांग्रेस भाजपा के उदय के बाद हारती चली गई, इस बार मुकाबला त्रिकोणीय
कांग्रेस को जब 404 सीटें मिलीं, तब भाजपा से सिर्फ एक सांसद चुना गया
एक खास बात यह भी है कि 1984 के लोकसभा चुनावों में जब कांग्रेस 404 सीटों के साथ सत्ता में आई थी, तो गुजरात में भाजपा के एकमात्र उम्मीदवार ने चुनाव जीता था। महेसाणा सीट के एके. पटेल भाजपा के एकमात्र सांसद थे, जो संसद में इस राज्य से अकेले भाजपा का प्रतिनिधित्व करते थे। वह महेसाणा सीट से पांच बार संसद जा चुके हैं। 11 सांसदों में कांग्रेस के सांसदों की संख्या चार है, जबकि भाजपा के सांसदों की संख्या सात है।
इस नेता की हाईट इतनी ज्यादा कि जब फोटो खिंचते थे तो सबसे पीछे खड़ा होने को कह दिया जाता था