लोकसभा प्रत्याशी बने भाजपा विधायक की जिद- खाली हुई सीट पर मेरे बेटे को मिले टिकट
Gujarat News, गांधीनगर। गुजरात में मंत्री परबत पटेल को भाजपा ने बनासकांठा सीट के लिये लोकसभा उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में परबत पटेल ने अपने बेटे के लिए भी सीट मांगनी शुरू कर दी है। पटेल ने कहा है कि पार्टी को मेरी विधानसभा सीट मेरे बेटे को देनी पड़ेगी। बता दें कि परबत पटेल गुजरात की रुपाणी सरकार में मंत्री रहे हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें इस बार लोकसभा सीट के लिये उम्मीदवार बनाया है।
जिस बनासकांठा सीट पर परबत को प्रत्याशी चुना गया है, उस सीट पर सांसद हरिभाई चौधरी केंद्र में मोदी सरकार के राज्य गृह मंत्री रह चुके हैं। मगर, भाजपा ने इस बार उनको टिकट नहीं दिया। उनके पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे तो भाजपा ने परबत पटेल को मैदान में उतारा। मगर, परबत अपने बेटे के लिए भी अड़ गए हैं। इससे उत्तर गुजरात में बनासकांठा लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के साथ टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। परबत पटेल थराद विधानसभा सीट के विधायक हैं। अगर वह लोकसभा चुनाव जीत जाते हैं तो उनकी खाली सीट थराद में उम्मीदवारी करने के लिये पूर्व मंत्री शंकर चौधरी तैयार हैं, लेकिन परबत पटेल ने पार्टी को कहा है कि, मैं लोकसभा में उम्मीदवार बनने के लिये तैयार हूं, पर मेरी खाली सीट मेरे बेटे को मिलनी चाहिये। ऐसे में थराद विधानसभा सीट के लिये भाजपा को परबत पटेल से हां कहनी पड़ी है।
अब परबत पटेल यदि लोकसभा सीट जीतते हैं तो उनको थराद विधानसभा सीट से इस्तीफा देना पडेगा। 2017 के विधानसभा चुनाव में शंकर चौधरी यहां हार गये थे। शंकर चौधरी पहले रुपाणी सरकार में स्वास्थ्य राज्य मंत्री थे। उन्होंने दावा किया कि, थराद सीट मुझे मिलनी चाहिये। एक तरफ लोकसभा उम्मीदवार परबत पटेल भाजपा से अपने बेटे के लिये सीट मांग रहे हैं, वहीं पूर्व मंत्री शंकर चौधरी को भी थराद सीट ही चाहिये। ऐसे में पार्टी के लिये बडी मुसीबत खडी हो गई है। शंकर चौधरी पिछले छह महिनों से विधानसभा चुनाव लडने की योजना बना रहे हैं। बनासकांठा सीट से परबत पटेल की राह आसान बताई जा रही है क्योंकि, यहां चौधरी मतदाता की संख्या ज्यादा है। परबत पटेल जीत जाएं, इसलिये शंकर चौधरी एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं, ताकि उन्हें थराद की सीट मिल सके।
दूसरी ओर, परबत पटेल को शंकर चौधरी की इस योजना के बारे में पता चला है। परबत पटेल ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर दबाव डाला है कि अगर में बनासकांठा सीट से जीत जाता हूं तो मेरी विधानसभा की थराद सीट मेरे बेटे को मिलनी चाहिये।