चुनावी टीम के सभी कर्मचारी कहीं भी ले सकेंगे कैशलेस इलाज, देश में पहली बार हो रहा ऐसा
Gujarat News in hindi, गांधीनगर। लोकसभा चुनाव को लेकर गुजरात में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक महत्वपूर्ण परिपत्र जारी किया गया है। चुनाव अधिकारियों को कैशलेस उपचार देने का सुझाव दिया गया है। चुनाव के दौरान सेवा देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को जिला स्तर के अस्पताल केंद्र, मेडिकल कॉलेज में कैशलेस उपचार दिया जाएगा।
इन लाभों से केंद्रीय सुरक्षा बलों, वीडियोग्राफरों, ड्राइवरों, क्लीनर को भी लाभ होगा। चुनाव आयोग के निर्णय के अनुसार, राज्य में स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिपत्र जारी किया गया था। लोकसभा चुनाव में पहली बार महत्वपूर्ण यह है कि, केंद्रीय चुनाव आयोग ने अपने कर्मचारियों को कैशलेस उपचार प्रदान करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत गुजरात के स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य सरकार ने एक परिपत्र जारी किया है।
गुजरात के चुनाव अभियुक्त एस. मुरलीक्रिश्ना ने कहा, चुनाव में शामिल किसी भी सुरक्षा बल या चुनाव के समय तक व्यस्त रहने वाले सरकारी कर्मचारियों को कैशलेस उपचार प्रदान करने की आवश्यकता होती है। आपदा के समय में कहीं भी, किसी को भी तुरंत इलाज मिलना चाहिये यह हमारा उद्देश है। चुनाव आयोग के आदेश के बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग ने उनके पर अमलवारी शुरू कर दी है।
विभाग ने कहा है कि, किसी कर्मचारी को इलाज लेने की जरूरत पडे तो वह जिला स्वास्थ्य अस्पताल, सिविल अस्पताल या कोई भी निजी अस्पताल में जा सकते हैं। केंद्रीय सुरक्षा बलों और पुलिस कर्मचारिओं को भी पास के अस्पतालों में कैशलेस उपचार दिया जाएगा।
गुजरात में 52,000 से ज्यादा मतदान केंद्र हैं। मतदान केंद्रों के लिए अब वीवीपेट कर्मचारियों को रखने की जरूरत नहीं होगी। एक कर्मचारी को मतदान केंद्रों पर ड्यूटी में कम किया जा सकता है। मतदान केंद्र पर, प्रिसाइडींग, पोलिंग अधिकारी और दो मतदान अधिकारी समेत 4 का स्टाफ होगा। इसे देखते हुए गुजरात में पोलिंग बूथों पर दो लाख से अधिक कर्मचारियों को ड्यूटी सोंपी जाएगी।
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