कर्नाटक और आंध्र में भी सुनाई देगी बब्बर शेरों की दहाड़, बदले में गुजरात को मिलेंगे बाघ-भालू
Gujarat News In Hindi, गांधीनगर। एशियाटिक शेरों की दहाड़ अब कर्नाटक और आंध्र प्रदेश राज्यों में भी सुनाई देगी। देश में इन शेरों को गुजरात के 'बब्बर शेर' के रूप में पहचाना जाता है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अपने यहां की शेरों की जोड़ी कई राज्यों के प्राणी उद्यान को मुहैया कराने का फैसला लिया है। कर्नाटक और आंध्र से इन शेरों के बदले दूसरे जानवर या पक्षी मिलेंगे। आंध्र प्रदेश से एक जोड़ी गीदड़ और भालू यहां भेजे जा सकते हैं।
गुजरात से जाएंगे बब्बर शेर, व्हाइट मिलेंगे बंगाल टाइगर
एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के अनुसार, गुजरात में हिप्पो टॉमस, भालू, व्हाइट बंगाल टाइगर आदि देखने को मिल सकेंगे। इस एक्सचेंज के तहत अब नागरिकों को देश के विभिन्न राज्यों के वन्यजीव-पक्षियों के बारे में जानकारी मिल पाएगी। मुख्यमंत्री द्वारा दी गई सैद्धांतिक स्वीकृति के अनुसार, जूनागढ़ के शक्करबाग प्राणी उद्यान से कर्नाटक में मैसूर के चामराजेन्द्र प्राणी उद्यान को दो नर और दो मादा एशियाई शेर दिए जाएंगे और एक मादा रेडनेक्ड वोलबी भी दिया जाएगा।
मैसूर से गुजरात लाए जाएंगे ये पशु
मैसूर के चामराजेंद्र प्राणी उद्यान इन जानवरों के सामने, जूनागढ़ के सक्करबाग प्राणी उद्यान में एक नर और एक मादा हिप्पोपोटामस, एक नर और दो मादा गोर, काले हंस की एक जोड़ी और एक रेड नेक्ड वोलबी देगा। पशु विनिमय कार्यक्रम के तहत, सकरबाग से एक जोड़ी शेर, डोमिसाइल क्रेन और रोजी पलासियन की एक जोड़ी, जेब्रा फ्रीयन की दो जोड़ी, बार्किंग डीयर की एक जोड़ी और थामीन डियर की एक जोड़ी, स्पूनबिल की एक जोड़ी, चिंकारा की दो जोड़ी आंध्रप्रदेश के तिरूपति के एसवी जूओलोजिकल पार्क को मिलेगी।
इन जीवों की एक-एक जोड़ी मिलेगी
आंध्र प्रदेश के एसवी प्राणी उद्यान की ओर से जूनागढ़ के सक्करबाग प्राणी उद्यान को जैकाल की एक जोडी, स्लोथ बियर की एक जोडी, इन्डियन गोर की एक जोडी मिलेगी। साथ ही एक नर बंगाल व्हाइट टाइगर के साथ पोक्यूरपाइन की एक जोडी भी गुजरात आएगी।