मानसून आए गुजरात में कुछ ही दिन हुए, सांप के काटने के 715 केस सामने आ गए, सालभर का आंकड़ा 5 हजार
गांधीनगर। गुजरात में मानसून के आगमन के साथ ही सांप द्वारा लोगों को काटने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। बीते कुछ ही दिनों में यहां 715 घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं। पिछले साल सर्पदंश से जुड़ी 5 हजार घटनाएं सामने आई थीं। इस बार भी बड़े पैमाने पर ऐसे मामले देखने को मिले रहे हैं। राज्य में सबसे ज्यादा शिकायतें वलसाड जिले से आई हैं, जहां जंगल क्षेत्र ज्यादा है। वहीं, सबसे बड़ा शहर अहमदाबाद, जहां सांप अन्य जिलों से कम मिलते हैं, फिर भी सांप के काटने की 12 शिकायतें दर्ज हुई हैं। लोगों की ऐसी शिकायतें एंबुलेंस सर्विस के 108 कॉन्टेक्ट नंबर पर मिलती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में जहरीले सांप के काटने से सालाना 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है।
गुजरात में हर साल सर्पदंश के 5 हजार मामले
संवाददाता के अुनसार, राज्य के वलसाड, तापी, सूरत, डांग, नवसारी और नर्मदा जिलों में सांप के काटने की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं, क्योंकि वहां जंगली इलाका है। मानसून की शुरूआत के साथ सांप काटने की घटनाओं में वृद्धि होती है। सांप काटने के बाद तुंरत ही इलाज किया जाए तो जान बच सकती है। मगर, इन जिलों में कई स्थानों पर सांप के काटने की वजह से लोगों की मौत ही ज्यादा होती हैं, क्योंकि उन्हें तत्काल उपचार नसीब नहीं हो पाता।
अकेले वलसाड जिले में सर्पदंश के 483 मामले
वन विभाग एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल, वलसाड जिले में सर्पदंश के 483 मामले दर्ज किए गए थे। जमीन में बारिश का पानी भर जाने पर सांप बाहर निकल आते हैं। वे भोजन की तलाश में भी बाहर आते हैं और अनजाने में, किसी का पैर उन पर पड़ता है तो काट लेते हैं।
इसलिए भी घर—आंगन में आ जाते हैं यहां सांप
मानसून में मच्छर, डांस और मेंढक सहित बड़ी संख्या में कीड़े-मकोड़े होते हैं। सांप इनका शिकार करने के लिए जमीन के बाहर निकलते हैं। जबकि, इस तरह के कीड़ों की उपस्थिति मानव बस्तियों में अधिक होती है तो सांप भी घर-घूरों में आ घुसते हैं।
खेत-खलिहानों पर सांप के काटने की घटनाएं ज्यादा
दूसरी ओर, मानसून में बुवाई के कारण, खेतों में बड़ी मात्रा में किसान और उनके परिवार के लोग रात-दिन रहते हैं। सांप काटने की सबसे अधिक जगह खेत हैं। दक्षिण गुजरात में सर्पदंश के ज्यादातर मामले खेत-खलिहानों से ही सामने आते हैं। एक डॉक्टर हर्ष कहते हैं कि जैसे ही सांप काट ले तो लोगों को 'एंबुलेंस-108' पर सूचना देनी चाहिए। यदि सही समय पर उपचार मिलेगा तो जान बच जाएगी। अन्यथा पीड़ित सांप के जहर से मौत की नींद सो जाएगा।