उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017: गाजियाबाद विधानसभा सीट पर एक नजर
गाजियाबाद। यूपी विधानसभा चुनाव में गाजियाबाद जिले के अंतर्गत गाजियाबाद सीट राजनीतिक और दलों के जातीय समीकरण की नजर से महत्वपूर्ण है। यह विधानसभा की 56वीं सीट है।
ये है गाजियाबाद जिले की आबादी
साल 2011 के आंकड़ों के मुताबिक यहां की कुल आबादी 46,61,452 है। इनमें 2 4,81,803 पुरुष और 21,79, 649 महिलाएं हैं।
यहां की आबादी में पिछले एक दशक के दौरान 41.66 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। यहां साक्षरता दर 85 फीसदी है।
इस जिले में पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें गाजियाबाद शहर, साहिबाबाद, लोनी, मोदीनगर और मुरादनगर शामिल है।
जातीय समीकरण पर होगी सबकी नजर
सबसे पहले बात गाजियाबाद विधानसभा सीट की बात करें तो यहां सभी दलों की नजर जातीय समीकरण साधने की होगी।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का ये जिला दिल्ली से सटा होने की वजह से बेहद अहम है। सभी प्रमुख पार्टियां इस सीट पर अपना मजबूत दावेदार उतारने की कोशिश करती हैं।
इस सीट पर जीत के लिए दलित-मुस्लिम समीकरण का रोल अहम होता है।
2012 में जीती थी बसपा
गाजियाबाद शहर विधानसभा क्षेत्र की अगर बात करें तो इस सीट पर पिछली बार मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी ने कब्जा जमाया था। दूसरे नंबर भाजपा थी और तीसरे नंबर कांग्रेस।
दलित-मुस्लिम समीकरण वाली इस सीट पर दलित और मुस्लिम वोटरों की संख्या एक लाख के आंकड़े को पार कर रही है। इसलिए आगामी चुनाव में इस फैक्टर का ध्यान सभी पार्टियां रखेंगी।
2012 के चुनाव परिणाम
- विजेता: बहुजन समाज पार्टी से सुरेश बंसल
- कुल प्राप्त मत-64,485
- मत का प्रतिशत -35.57%
- उप विजेता- अतुल गर्ग
- उप विजेता का दल- भारतीय जनता पार्टी
- विजेता और उपविजेता के प्राप्त मतों में कुल अंतर- 12,121
- 2012 विधानसभा चुनाव में मतदाता- 33,52,260
लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद सीट का परिणाम
2014 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के जनरल वी.के. सिंह ने कांग्रेस के राजबब्बर को 5,67,260 मतों से पराजित किया था। 2012 के चुनाव में इस सीट से 16 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था।