ओसामा बिन लादेन से भी ज्यादा खतरनाक है अबु बकर अल बगदादी
बगदाद। अबु -बकर-अल-बगदादी, इराक और सीरिया में जारी संकट के बीच सामने आया एक ऐसा नाम जिसने पूरी दुनिया पर आतंकी खतरे को बढ़ा दिया है।
सोमवार को खबर आई कि आईएसआईएसआई के कमांडर बगदादी ने खुद को 'खलीफा' घोषित कर एक अलग मुस्लिम देश के बारे में एलान कर दिया है।
जानकारों की मानें तो अब बगदादी की ताकत बढ़ती ही जा रही है और वह अल कायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक और लेवांट (आइएसआईएल) के ताकतवर नेता बगदादी ने 100 वर्ष पुराने ओट्टोमान एंपायर को धाराशायी करने वाले एक नियम में बदलाव लाने की कोशिशों के तहत इस काम को अंजाम दिया।
संगठन को मजबूत करने कोशिश
आईएसआईएल के प्रवक्ता अबु मोहम्मद अल अदनी ने एक ऑडियो मैसेज के जरिए इस बात की जानकारी दी कि बगदादी को मुस्लिमों के खलीफा की पदवी दे दी गई है। जानकारों की मानें तो अब बगदादी अपने संगठन में यूरोप और ब्रिटेन के आतंकियों की भर्ती करने में लग गया है।
इराक ने की पुष्टि
वर्ष 2011 में इराक की ओर से बगदादी की एक फोटोग्राफ जारी की गई। इराक के सरकारी सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी की मानें तो यह बगदादी की पहली फोटोग्राफ थी। इस फोटोग्राफ में बगदादी के दाढ़ी है और उसने सूट और टाई पहनी हुई है।
बिन लादेन की खाली जगह भरने की कोशिश
जानकारों के मुताबिक खुद को खलीफा घोषित करने के साथ ही बगदादी खुद को दुनिया भर में चल रहे जेहाद आंदोलन के ब्रांड के तौर पर साबित करना चाहता है। ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद जो जगह खाली हो गई थी, अब वह उस खाली जगह को भी भरने की कोशिशों में लग गया है।
अमेरिकी जेल में गुजारे दिन
अमेरिका की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अबु अल बगदादी का जन्म वर्ष 1971 में समाररा में हुआ था। वर्ष 2003 में अमेरिकी की अगुवाई में इराक में अस्थिरता फैली तो बगदादी भी चरमपंथों के समूह में शामिल हो गया। एक समय ऐसा भी था जब बगदादी ने इराक में ही बनाए गई अमेरिकी जेल में दिन गुजारे।
गलत साबित हुआ अमेरिका
बताते हैं कि अक्टूबर 2005 में अमेरिकी फौजों को इस बात का यकीन था कि उन्होंने बगदादी के साथी अबु दुआ को इराक-सीरिया की सीमा पर एक हमले में मार गिराया है लेकिन यह जानकारी गलत साबित हुई।
वर्ष 2010 से सामने आई कई जानकारियां
इसके बाद बगदादी और दुआ ने मिलकर उस समय के संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक यानी आईएसआई को अपने कब्जे में ले लिया। वर्ष 2010 में इस संगठन के दो प्रमुखों को अमेरिकी छापेमारी में मार गिराया गया। इसके बाद से ही बगदादी के बारे में जानकारियां आनी शुरू हो गईं।
वर्ष 2011 में साबित हुआ आतंकी
अक्टूबर 2011 में अमेरिका की ओर से बगदादी को एक आतंकी के तौर पर घोषित कर दिया गया।
अमेरिका भी नहीं तलाश सका बगदादी को
अमेरिकी अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी पर अगर यकीन करें तो पिछले वर्ष बगदादी के सीरिया में होने की खबरें आई थीं लेकिन वह कहां पर है, इस बारे में कोई भी जानकारी पुष्ट तौर पर हासिल नहीं हो सकी थी।
इराक की सेना का शक
पिछले वर्ष लेफ्टिनेंट जनरल अब्दुलामीर अल जैदी, जो कि इराक के नॉर्दर्न सिक्योरिटी कमांड सेंटर के प्रमुख थे, ने बताया कि उनकी सेनाओं का मानना है कि बगदादी इराक में ही कहीं हैं लेकिन किसी भी अधिकारी की ओर से इस बारे में कुछ भी नहीं कहा गया।
आईएसआईएल कमांडर बगदादी
बगदादी को आईएसआईएल के कमांडर के तौर पर प्रचारित किया जाता है। अगर अल कायदा के प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी के साथ इस पद की तुलना की जाए तो यह काफी महत्वपूर्ण पद है।
हजारों करोड़ों की रकम
बगदादी ने बतौर कमांडर अपनी रणनीतियों की वजह से काफी सारे विदेशी लड़ाकों को संगठन के लिए आकर्षित किया और हजारों करोड़ों की राशि जुटा ली है।
वर्ष 2010 में जुड़ा अल कायदा से
जिस समय बगदादी अप्रैल 2010 में संगठन में शामिल हुआ था, उस समय इसे आईएसआई के नाम से जाना जाता था और यह अल कायदा से जुड़ा हुआ था।
वर्ष 2013 में बगदादी की वापसी
बताते हैं कि जब अमेरिकी फौजें इराक में आईं तब सुन्नी जनजाति के हाथ से सत्ता जाने लगी। इसी बात से बगदादी बौखला गया। लेकिन वर्ष 2013 में सीरिया में अपनी पकड़ मजबूत करने के साथ ही इस संगठन ने जोरदार वापसी की।
सीरिया में अल कायदा की इकाई से मिलाया हाथ
बगदादी ने अल कायदी की सीरिया इकाई अल-नुसरा के साथ हाथ मिला लिया है। अब आईएसआईएसआई और अल-नुसरा दोनों ही संगठन काफी सक्रिय हैं।