Agni-5 facts: जानिए भारत की अग्नि-5 और पाकिस्तान की शाहीन-3 में कौन ज्यादा घातक है
स्वदेश निर्मित भारत की अग्नि 5 मिसाइल की गति, रेंज और विस्फोटक ले जाने की क्षमता पाकिस्तान की किसी भी मिसाइल से कहीं ज्यादा है।
15 दिसंबर 2022 को भारत ने ओडिसा के A.P.J. अब्दुल कलाम द्वीप से शाम को 5:30 बजे अग्नि-5 इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है। अग्नि-5 के सफल परीक्षण के साथ ही भारतीय रक्षा बेड़े में अब बहुत शक्तिशाली इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लैस हो चुकी है।
भारत में ही निर्मित यह मिसाइल न सिर्फ भारत की शान है बल्कि दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में भी हर मामले में सबसे आगे है। खासतौर पर पाकिस्तान की शाहीन-3 इसके आगे कहीं नहीं टिकती है। क्या आप जानते हैं अग्नि-5 के फीचर्स के बारे में? आइए जानते हैं अग्नि-5 के वे बेहतरीन फैक्ट्स जिनके बारे में कई लोगों को नहीं होगी जानकारी।
इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल का मतलब
DRDO द्वारा भारत के लिए बनाई गई अग्नि-5 मिसाइल की रेंज 5,600 किलोमीटर से ज्यादा है, और जिस भी मिसाइल की रेंज 5,600 किलोमीटर से ज्यादा होती है वह इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) कहलाती है, इसलिए भारत की अग्नि-5 इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल है। जबकि पाकिस्तान के शाहीन-3 की रेंज 3,000 किलोमीटर से कम है और 1,000 किलोमीटर से ज्यादा है तो इसलिए वह मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (MRBM) कहलाती है। पाकिस्तान के पास फिलहाल यही सबसे ताकतवर मिसाइल है।
मिसाइल रेंज में कोई अग्नि 5 का कोई जवाब नहीं
मिसाइल रेंज वह रेंज होती है जो बताती है कि कोई भी मिसाइल कितने किलोमीटर के रेडियस को कवर कर सकती है। भारत द्वारा हाल ही में टेस्ट की गई अग्नि-5 मिसाइल की रेंज 5,500 से 5,800 किलोमीटर तक है। हालांकि, कई मीडिया रिपोर्ट्स का मानना है कि भारत सरकार इस रेंज को कम बता रही है जबकि यह रेंज और ज्यादा लगभग 8,000 किलोमीटर तक है। अगर बात की जाए शाहीन-3 की तो उसकी मिसाइल रेंज अग्नि-5 की रेंज की लगभग आधी यानी 2,750 किलोमीटर ही है।
मिसाइल डायमीटर में भी अग्नि 5 आगे
किसी भी सर्कल के केंद्र से गुजरने वाली लाइन जो सर्कल के एक पॉइंट से सर्कल के दूसरे पॉइंट को जोड़ें उसे डायमीटर कहते हैं। जिसका मतलब जितना ज्यादा डायमीटर होगा इतना बड़ा सर्कल होगा। मिसाइल डायमीटर का मतलब होता है कि कोई भी मिसाइल कितनी चौड़ी है। भारत की अग्नि-5 मिसाइल का डायमीटर 2 मीटर है, वही पाकिस्तान के शाहीन-3 का डायमीटर 1.4 मीटर ही है। जितना ज्यादा मिसाइल डायमीटर होता है, उतना ज्यादा भार कोई मिसाइल ले जा सकती है।
स्पीड ऐसी जो बटन दबाते ही दुश्मन का खात्मा कर दे
अग्नि-5 अधिकतम 29,401 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हमला कर सकती है, जोकि विशेषज्ञों द्वारा हर लिहाज से बहुत ही बेहतरीन बताई जा रही है। वहीं देखा जाए तो पाकिस्तान की शाहीन-3 मिसाइल 22,051 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हमला कर सकती है। यह अग्नि-5 से लगभग 7,000 किलोमीटर प्रति घंटा कम है और यह अंतर बहुत बड़ा है। दरअसल, किसी भी युद्ध के समय मिसाइल की स्पीड बहुत ही अहम भूमिका निभाती है।
जबरदस्त पेलोड (वॉरहेड) जो बनता है अग्नि-5 को खतरनाक
पेलोड (payload) किसी भी मिसाइल अथवा मिसाइल जैसे हथियार द्वारा विस्फोटकों का वजन ढोने की क्षमता होती है। किसी भी मिसाइल में सबसे ज्यादा अहमियत विस्फोटक पेलोड की होती है। अग्नि-5 की पेलोड क्षमता 1.5 टन है, वही पाकिस्तान के शाहीन-3 की पेलोड क्षमता सिर्फ 1 टन है। किसी भी मिसाइल में जितना ज्यादा पेलोड होगा उतना खतरनाक और जबरदस्त धमाका होगा। पेलोड को वॉरहेड क्षमता भी कहा जाता है।
वजन में भी अग्नि-5 देगी मात शाहीन को
जितना ज्यादा किसी मिसाइल का वजन होता है, वह उतनी खतरनाक और ताकतवर होती है। अग्नि-5 का कुल वजन 50 टन है। अगर बात की जाए पाकिस्तान के शाहीन-3 के वजन की तो उसका वजन लगभग 35 टन है।
सटीकता का नहीं कोई मेल
अग्नि-5 की सटीकता 30 मीटर है। इसका मतलब यह होता है कि अग्नि-5 मिसाइल अपने टारगेट के 30 मीटर की रेडियस में ही गिरेगी और धमाका करेगी। जबकि पाकिस्तान के शाहीन-3 के कोई आधिकारिक आकड़ें सामने नहीं आये है कि शाहीन-3 की सटीकता कितनी है? इस मामले में न तो पाकिस्तान की सरकार और न ही पाकिस्तान की सेना ने कुछ बताया है, जो कि शाहीन-3 की सटीकता पर भी सवाल खड़े करता है।
आधुनिक नेवीगेशन सिस्टम
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा अग्नि 5 में अत्याधुनिक तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है। DRDO द्वारा रिंग इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (RINS) और सबसे आधुनिक और सटीक माइक्रो नेविगेशन सिस्टम (MINS) के माध्यम से सुनिश्चित किया कि मिसाइल टारगेट के कुछ मीटर के भीतर लक्ष्य तक पहुंच जाए। मिसाइल में जो तकनीकी उपकरण जोड़े गए है वे अग्नि 5 के आसान और स्मूथ संचालन में बहुत मदद करते हैं। जबकि शाहीन-3 का आधुनिक नेवीगेशन के मामले में अग्नि-5 से बहुत पीछे है।
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