Republic Day: राजपथ पर साल 1955 में हुई थी पहली परेड, PAK गवर्नर थे समारोह के पहले अतिथि, देखें Video
नई दिल्ली, 26 जनवरी। भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस सेलिब्रेट कर रहा है। आज का दिन केवल एक पर्व नहीं बल्कि हमारे लिए ये हमारी पहचान का प्रतीक है। वैसे तो 26 जनवरी की तो हर बात निराली होती है लेकिन इस दिन होने वाली परेड के चर्चे पूरी दुनिया में होते है। गणतंत्र दिवस की परेड हर साल राजपथ पर होती है, जहां भारत अपना शक्ति प्रदर्शन करता है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं, हालांकि इस बार कोविड की वजह से कोई भी विदेशी मेहमान इस परेड में बतौर दर्शक या विशेष अतिथि के तौर पर शामिल नहीं हो रहा है।
इरविन स्टेडियम (नेशनल स्टेडियम)
आपको बता दें कि देश की सबसे पहली गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन साल 1951 में इरविन स्टेडियम (नेशनल स्टेडियम) में किया गया था। जहां इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति डॉ. सुकर्णो समारोह के मुख्य अतिथि थे।
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राजपथ पर साल 1955 में हुई थी पहली परेड,
इसके बाद साल 1955 से ये परेड हर साल राजपथ पर होने लग गई और एक तरह से ये परेड और राजपथ दोनों ही एक-दूसरे के पर्याय बन गए, उस वक्त राजपथ को 'किंग्सवे' कहा जाता था।। उस समारोह में पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद मुख्य अतिथि थे। यहां हम आपके लिए लाए राजपथ पर भारत की पहली गणतंत्र दिवस परेड का वीडियो, जिसे देखकर आप बखूबी इस दिन के महत्व का अंदाजा लगा सकते हैं।
8 किमी तक होती है परेड
गौरतलब है कि हर साल ये परेड 26 जनवरी को सुबह 10 बजे राजपथ पर शुरू होती है लेकिन इस बार कोविड और भीषण ठंड के कारण ये परेड 10.30 पर शुरू होगी। मालूम हो कि ये परेड रायसीना हिल से शुरू होकर राजपथ, इंडिया गेट से होते हुए लाल किले पर खत्म होती है और ये 8 किमी तक होती है।
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आपको बता दें कि 26 जनवरी 1950 को सुबह 10:18 मिनट पर भारत का लिखित संविधान लागू किया गया था और इसके बाद इंडिया को पूर्ण स्वराज का दर्जा मिला था। इसके बाद 10:24 मिनट पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी और शपथ लेने के बाद ही उन्होंने 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व और राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया था। आपको बता दें कि भारतीय संविधान को बनने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था।
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