शोध: खुश रहना है तो दिल खोलकर बातें कीजिये
नई दिल्ली। अक्सर कहा जाता है कि गप्पे मारना अच्छी बात नहीं है, इससे काम पर असर पड़ता है, फालतू की बकवास करने से इंसान परेशान होता है लेकिन हर वक्त यह बात सही नहीं होती है, क्योंकि ताजी रिसर्च कह रही है कि ज्यादा बतियाना दिल-दिमाग और सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
न्यूयॉर्क सिटी के कोलंबिया के शोध में कहा गया है कि कार्यस्थल पर अगर आप किसी बात को राज बनाकर रखते हैं, तो यह आपको हतोत्साहित करता है। राज की वजह से इंसान अपना पूरा समर्पण काम को दे नहीं पाता है इसलिए बेहतर होगा कि हर समस्या का समाधान आप खुलकर बात करके करें।
दूसरों को दुआएं देने वाले किन्नर को कोई नहीं देता दुआ
बातें करने से इंसान के ऊपर से बोझ हट जाता है और उसका ध्यान केवल अपने काम पर होता है जबकि जो लोग बातें नहीं करते हैं उन्हें दुनिया बोझिल और ज्यादा चुनौतीपूर्ण दिखाई पड़ती हैं। इसलिे बेहतर होगा कि चुप्पी साधने से अच्छा है कि आप दिल खोलकर बातें करें, गप्पें मारें और खुश रहें।