ब्रेस्ट कैंसर से 2020 तक हर साल 76,000 भारतीय महिलाओं की मौत की आशंका
नई दिल्ली। कैंसर वो रोग है, जिसका नाम सुनने के ही मात्र से रूह कांप जाती है, खुशनसीब होते हैं वो लोग, जिन्हें इस बीमारी के बारे में रोग की प्रारंभिक स्थिति में पता चल जाता है। हिंदुस्तान में भी इस रोग के मरीज काफी बढ़ गए हैं, सबसे विकट स्थिति स्तन कैंसर के रोगियों की है, जिसमें तेजी से इजाफा हो रहा है।
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इस रोग से ग्रसित महिलाएं केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी काफी परेशान रहती हैं। हालिया शोध की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट में आशंका व्यक्त की गई है कि 2020 तक हर साल करीब 76,000 भारतीय महिलाओं की मौत स्तन कैंसर से हो सकती है।
क्या कह रही है रिपोर्ट?
- 2020 तक 76,000 भारतीय महिलाएं स्तन कैंसर के कारण मौत की शिकार हो सकती हैं।
- स्तन कैंसर से 2012 में 70,218 जानें गईं है।
- इस शोध का प्रकाशन जर्नल ऑफ बिजनेस रिसर्च में किया गया है।
- शोध में ये भी कहा गया है कि इस बीमारी से मरने वालों की औसत आयु 50 साल से बदलकर 30 साल हो गई है।
- इस शोध के प्रकाशित होने के बाद दुबई के वोलोगोंग यूनिवर्सिटी के सहायक डीन (शोध) विजय पेरेरा ने कहा कि इस समस्या का परिणाम भयावह है और इसका भारत सरकार की नीति पर बड़ा प्रभाव पड़ा है।
- अध्ययन में कहा गया है कि ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को 35-50 साल के बीच में अपने वजन पर ध्यान रखना चाहिए।
- शराब और सिगरेट से भी दूर रहने को भी महिलाओं से कहा गया है औऱ 30 के बाद हर महिला को साल भर में दो बार चेक-अप जरूर कराना चाहिए। जागरूकता की कमी के चलते भारत में स्तन कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।
50 साल से बदलकर 30 साल
महिलाएं गर्भाशय के कैंसर
मालूम हो कि कुछ समय पहले तक महिलाएं गर्भाशय के कैंसर यानी सर्वाइकल कैंसर की शिकार होती थीं लेकिन इस समय देश में ब्रेस्ट कैंसर के केस ज्यादा हो रहे हैं जो कि एक अच्छी खबर नहीं है।
महिलाओं कि बिगड़ी लाइफस्टाइल
साल 2014 -15 के आंकड़े कहते हैं कि अब भारतीय महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर की शिकार हो रही हैं। ब्रेस्ट कैंसर में इजाफा महिलाओं कि बिगड़ी लाइफस्टाइल भी जिम्मेदार है।
महिलाओं को 35-50 साल