गणेश चतुर्थी: गणपति के 108 नाम और उनके अर्थ
बेंगलुरु। गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य में भगवान गणेश का पूजन करने से घर में सुख समृद्धि का आगमन होता है। इस पूजन को आप और सफल बना सकते हैं अगर भगवान गणेश के 108 नामों का जप कम से कम एक बार करें।
जी हां 108 नाम और हम आपको उन नामों के साथ उनके मतलब भी बतायेंगे। यहीं पर स्लाइडर में। तो एक-एक स्लाइड पर आगे बढ़ते जाइये और भगवान के 108 नाम और उनके मतलब पढ़ते जाइने तस्वीरों के नीचे, टेक्स्ट में।
गणपति के 108 नाम
भगवान
गणपति
के
108
नाम
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के
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जायें।
अकृता, अलमपता, अमित
अकृता:
वह
जिसकी
सवारी
मूषक
होती
है।
अलमपता:
जिसका
कोई
विनाष
न
कर
सके।
अमित:
अद्वितीय
ईश्वर
अनंतचिदरूपामयम, अवनीष, अविग्न
अनंतचिदरूपामयम
:
अनंत
एवं
चैतन्य
अवनीष:
पूरी
दुनिया
के
ईश्वर
अविग्न:
विग्न
हरने
वाले
भीमा, बालगणपति, बाल चंद्र
भीमा:
बलवान
और
भव्य
बालगणपति
:
गणपति
का
प्यारा
बालक
रूप।
बाल
चंद्र
:
जिनके
शिखर
पर
चंद्रमा
हो।
भूपति, भुवनपति, बुद्धिनाथ
भूपति:
ईश्वर
के
ईश्वर
भुवनपति:
ईश्वर
के
ईश्वर
बुद्धिनाथ:
ज्ञान
के
ईश्वर
बुद्धिप्रिय, बुद्धिविधाता, चतुर्भुज
बुद्धिप्रिय:
बुद्धिवान
बुद्धिविधाता:
बुद्धि
देने
वाला।
चतुर्भुज:
चार
भुजाओं
वाले
देवादेवा, देवनताकनाशकरिन, देवव्रत
देवादेवा:
सभी
भगवानों
के
भगवान।
देवनताकनाशकरिन:
असुरों
का
नाष
करने
वाले।
देवव्रत
:
हर
प्रकार
के
क्लेश
से
दूर
रखने
वाला।
देवेंद्रशिका, धर्मिक, धूमरावर्णा
देवेंद्रशिका
:
सभी
भगवानों
के
रक्षक।
धर्मिक
:
दयावान
धूमरावर्णा:
विविध
रंगों
को
पसंद
करने
वाले
ईश्वर
एकाक्षरा, दुर्जा, दवैमतुरा
एकाक्षरा:
एक
अक्षर
वाले।
दुर्जा:
अजेय
ईश्वर
दवैमतुरा:
जिनकी
दो
माताएं
हों।
एकदंत, एकदृष्टा, ईशानपुत्रा
एकदंत:
एक
सूढ़
वाले
भगवान
एकदृष्टा:
एक
सूढ़
वाले
भगवान
ईशानपुत्रा:
भगवान
शिव
के
पुत्र
गदाधर, गजाकरण, गजानन
गदाधर:
गदा
धरने
वाले।
गजाकरण:
व्यक्ति
जिसकी
आंखें
हाथी
के
जैसी
हों।
गजानन
:
भगवान
जिनका
मुख
हाथी
के
जैसा
हो।
गजाननेति, गजावक्र, गजावकत्र
गजाननेति:
भगवान
जिनका
मुख
हाथी
के
जैसा
हो।
गजावक्र
:
हाथी
की
सूंढ़
गजावकत्र
:
भगवान
जिनका
मुख
हाथी
के
जैसा
हो।
गणाध्यक्ष, गणाध्यक्षिना, गणपति
गणाध्यक्ष:
सभी
भगवानों
के
प्रमुख
गाणध्यक्षिना:
सभी
के
प्रमुख
गणपति
:
सभी
भगवानों
के
भगवान
गौरीसुता, गुनीना, हरिद्र
गौरीसुता:
गौरी
(पारवती)
के
पुत्र
गुनीना:
सभी
गुणों
से
संपन्न
हरिद्र:
सुनहरे
रंग
का।
कवीष, हेरम्बा, कपिल
कवीष:
कवियों
के
प्रमुख
हेरम्बा:
मां
का
चहेता
कपिल:
पीले-कत्थई
रंग
के
कृषापिंगाक्षा कीर्ति कृपालु
कृषापिंगाक्षा
:
पीले-कत्थई
आंखों
वाले
कीर्ति:
संगीत
के
ईश्वर
कृपालु
:
सब
पर
कृपा
रखने
वाले
ईश्वर
क्षमाकरम, क्षिप्रा, लंबाकरण
क्षमाकरम:
सभी
को
क्षमा
करने
वाले।
क्षिप्रा:
मनमोहक
लंबाकरण:
बड़े
कानों
वाले
भगवान
लंबोदरा, महाबाला, महागणपति
लंबोदरा
:
बड़ी
तोंद
वाले
भगवान
महाबाला:
सर्वाधिक
बलशाली
महागणपति
:
सर्वशक्तिशाली
व
ईश्वरों
के
ईश्वर
मंगलमूर्ति, महेश्वरम, मनोमय
महेश्वरम
:
ब्रह्मांड
के
ईवर
मंगलमूर्ति
:
मंगल
करने
वाले
मनोमय
:
दिल
को
जीत
लेने
वाले
मृत्युंजय, मुंदाकरम, मुक्तिदया
मृत्युंजय:
मृत्यु
को
जीत
लेने
वाले
मुंदाकरम:
सर्व
सुख
देने
वाले
मुक्तिदया:
मुक्ति
देने
वाले
मुसीकवाहना, नदाप्रतितिष्ठा, नमस्तेतु
मुसीकवाहना:
ईश्वर
जिनका
वाहन
मूषक
हो
नदाप्रतितिष्ठा
:
जिन्हें
संगीत
पसंद
हो।
नमस्तेतु:
सभी
पापों,
शत्रुओं
व
असुरों
का
नाश
करने
वाले।
नंदन, निदीश्वरम, ओमकारा
नंदन:
भगवान
शिव
के
पुत्र
निदीश्वरम:
समृद्धि
देने
वाले
भगवान
ओमकारा:
ऊँ
के
आकार
वाले
पीतांबरा, प्रमोद, प्रथमेश्वरा
पीतांबरा:
पीले
रंग
के
शरीर
वाले
प्रमोद:
जिन्हें
सब
चाहते
हों।
प्रथमेश्वरा:
सबमें
सबसे
पहले
पुरुष, रुद्रप्रिय, रक्ता
पुरुष:
जिससे
कोई
जीत
न
सके।
रक्ता:
लाल
रंग
के
शरीर
वाला
रुद्रप्रिय
:
भगवान
शिव
के
प्रिय
सर्वदेवात्मन, सर्वसिद्धांता, सवात्मन
सर्वदेवात्मन:
हर
चीज
स्वीकार
करने
वाले
सर्वसिद्धांता
:
हर
प्रकार
के
गुणों
से
संपन्न
सवात्मन
:
ब्रह्मांड
की
रक्षा
करने
वाले
शम्भवी, शशिवर्णम, शूर्पाकरणा
शम्भवी
:
पारवती
के
पुत्र
शशिवर्णम:
चंद्र
के
जैसे
रंग
वाला
शूर्पाकरणा:
बड़े
कानों
वाले
भगवान
शुभम, शुभगुणकनन, श्वेता
शुभम:
हर
प्रकार
से
शुभ
शुभगुणकनन:
हर
विधाओं
से
युक्त
श्वेता
:
शुद्ध
सफेद
रंग
वाला
सिद्धिदाता, सिद्धिप्रिय, सिद्धिविनायक
सिद्धिदाता:
सफलता
दिलाने
वाला
व
हर
गुण
से
संपन्न
सिद्धिप्रिय:
सफलता
दिलाने
वाला
व
हर
गुण
से
संपन्न
सिद्धिविनायक:
सफलता
दिलाने
वाले
स्कंदपूर्वजा, सुमुखा, सुरेश्वरम
स्कंदपूर्वजा:
स्कंद
(भगवान
कार्तिक)
के
बड़े
भाई
सुमुखा:
शुभ
मुख
वाले
सुरेश्वरम:
सभी
भगवानों
के
भगवान
स्वरूप, उद्दंडा, तरुण
स्वरूप:
सौंदर्य
के
प्रशंसक
तरुण:
जिसकी
उम्र
की
सीमा
न
हो
उद्दंडा
:
सभी
असुरों
का
नाष
करने
वले
उमापुत्र, वक्रतुंड, वरागणपति
उमापुत्र:
उमा
(पारवती)
के
पुत्र
वक्रतुंड:
गोलाकार
सूढ़
वाले
वरागणपति:
सभी
कष्टों
को
हरने
वाले
वरापदा, वरादाविनायका, वीरागणपति
वरापदा:
सभी
कष्टों
को
हरने
वाले
वरादाविनायका:
सफलता
दिलाने
वाले
वीरागणपति:
सर्वश्रेष्ठ
भगवान
विद्वावरिधि, विग्नहारा, विग्नहरता
विद्वावरिधि
:
ज्ञान
देने
वाले
विग्नहारा:
सभी
प्रकार
के
विग्न
हरने
वाले
विग्नहरता
:
सभी
प्रकार
के
विग्न
हरने
वाले
विग्नाराजा, विग्नाराजेंद्र, विग्नविनाशानाय
विग्नाराजा:
सभी
प्रकार
के
विग्न
हरने
वाले
राजा
विग्नाराजेंद्र:
सभी
प्रकार
के
विग्न
हरने
वाले
भगवान
विग्नविनाशानाय:
सभी
प्रकार
के
विग्नों
का
विनाश
करने
वाले
विग्नेश्वरा, विकट, विनायक
विग्नेश्वरा:
सभी
प्रकार
के
विग्न
हरने
वाले
ईश्वर
विकट:
विशाल
विनायक:
सभी
भगवानों
के
भगवान
विश्वमुखा, विश्वराजा, यग्नाकाय
विश्वमुखा:
ब्रह्मांड
के
प्रमुख
विश्वराजा:
पूरे
विश्व
के
राजा
यग्नाकाय:
सब
कुछ
स्वीकार
करने
वाले
यशास्करम, यशवासिन, योगाधिपा
यशास्करम:
यश
दिलाने
वाले
यशवासिन:
सबसे
प्रसिद्ध
व
लोकप्रिय
ईश्वर
योगाधिपा:
ध्यान
के
ईश्वर