साउथ और हिंदी फिल्म डिबेट में कूदे रणबीर सिंह, दिया ऐसा बयान की हो रही तारीफ
मुंबई, 11 मई: इंडियन सिनेमा में इन दिनों बॉलीवुड वर्सेज साउथ फिल्म इंडस्ट्री को लेकर तगड़ी बहस चल रही है। विवाद की शुरुआत उस वक्त हुई जब कन्नड़ स्टार किच्चा सुदीप ने हिंदी भाषा को लेकर एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा कि हिंदी अब हमारी राष्ट्रभाषा नहीं रही। उनके इस ट्वीट पर बॉलीवुड स्टार अजय देवगन ने आपत्ति जताई, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया। अब इस विवाद पर एक्टर रणवीर सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए ऐसा रिएक्शन दिया है, जिसको जानने के बाद फैंस उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं।
रणवीर सिंह ने दिया अपना रिएक्शन
साउथ
फिल्मों
के
पैन
इंडिया
रिलीज
होने
के
बाद
दक्षिण
फिल्मों
के
एक्टर
और
उनकी
फिल्मों
की
लोकप्रियता
का
ग्राफ
दिन
पर
दिन
बढ़ता
जा
रहा
है।
फिल्म
हजार
करोड़
कमा
रही
है।
ऐसे
में
बॉलीवुड
कई
लोगों
के
निशाने
पर
आ
चुका
है।
इस
बीच
रोजाना
कुछ
ना
कुछ
नई
बहस
सामने
आ
ही
जाती
है।
हाल
ही
में
साउथ
सिनेमा
के
सुपरस्टार
महेश
बाबू
ने
बॉलीवुड
में
काम
करने
पर
कहा
था
कि
बॉलीवुड
उनको
अफोर्ड
नहीं
कर
सकता।
इसलिए
वहां
काम
करके
वो
अपना
वक्त
नहीं
खराब
करना
चाहते।
वहीं
भाषा
का
विवाद
पहले
से
ही
काफी
बड़ा
हो
चुकी
है।
इन
सब
मुद्दों
पर
अब
बॉलीवुड
एक्टर
रणवीर
सिंह
ने
अपना
रिएक्शन
दिया
है।
साउथ फिल्मों के हिट होने पर बोले रणवीर सिंह
अपनी अपकमिंग फिल्म 'जयेशभाई जोरदार' के प्रमोशन में बिजी रणवीर सिंह ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में हिंदी भाषा और साउथ सिनेमा पर बेबाकी से जवाब दिया। बॉलीवुड लाइफ से बात करते हुए रणवीर सिंह ने कहा कि उन्हें इस बात पर बहुत गर्व महसूस होता है कि साउथ की फिल्मों ने हाल ही में पूरे देश में शानदार प्रदर्शन किया है। एक्टर ने कहा 'ये बहुत अच्छी बात है कि साउथ की फिल्में देशभर में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और उन्हें सब तरीके के दर्शकों ने स्वीकार किया है।'
हिंदी डिबेट पर रणवीर सिंह का रिएक्शन
वहीं इंडस्ट्री में चली रही हिंदी डिबेट पर रणवीर सिंह ने अपनी राय रखते हुए कहा, "देखिए, मैं एक आर्टिस्ट हूं, और मुझे फिल्मों के बिजनेस के बारे में इतनी नॉलेज नहीं है, क्योंकि न मैं ट्रेड पर्सन हूं और ना ही प्रोड्यूसर। मैं एक पेड प्रोफेशनल हूं। मुझे सिर्फ अभिनय दिखाने के पैसे मिलते हैं, मुझे कैमरे के सामने अपनी कला दिखाने के लिए पैसे मिलते हैं और मेरा ज्ञान यहीं तक सीमित है। इसलिए, केवल अपने व्यक्तिगत दृष्टिकोण से मैं कह सकता हूं कि साउथ की हिंदी डब फिल्में और पैन इंडिया फिल्में ही असल में शानदार फिल्में हैं।
'ये तो सब अपना ही है, भारतीय सिनेमा एक है'
इसी के साथ रणवीर सिंह ने बताया कि कम से कम भारतीय सिनेमा के दायरे में भाषा के आधार पर कोई अंतर नहीं होना चाहिए। एक्टर ने आगे कहा, "मैंने पुष्पा और आरआरआर देखी, मैं तेलुगू नहीं बोलता, लेकिन मैं इन फिल्मों और इनके क्रॉफ्ट से बिल्कुल प्रभावित था। मुझे इस बात पर बहुत गर्व है कि वे कितना अच्छा कर रहे हैं और उन्हें हर तरीके के दर्शकों ने स्वीकार किया गया है। मुझे इस बात पर गर्व है कि ये फिल्में इतना शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। मैंने इन फिल्मों को कभी दूसरी फिल्मों के रूप में नहीं देखा। ये तो सब अपना ही है, भारतीय सिनेमा एक है। वर्कफ्रंट की बात करें तो रणवीर सिंह 'जयेशभाई जोरदार' में दिखाई देंगे, जो 13 मई को रिलीज होगी।