पनामा पेपर्स लीक केस: ऐश्वर्या राय ही नहीं अमिताभ समेत इन मशहूर हस्तियों के नाम भी थे शामिल
पनामा पेपर्स लीक केस: ऐश्वर्या राय ही नहीं अमिताभ समेत इन मशहूर हस्तियों के नाम भी थे शामिल
नई दिल्ली, 20 दिसंबर। ऐश्वर्या राय बच्चन 2016 के 'पनामा पेपर्स' मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को ईडी के सामने पेश हुईं। 48 साल की ऐश्वर्या राय दो बार समन से बचने के बाद दिल्ली में ईडी की जांच में शामिल हुईं। इस मामले में ऐश्वर्या राय ही अकेली नहीं हैं जिनका नाम इस केस में नामजद हुआ था। बल्कि ऐश्वर्या राय के ससुर अमिताभ बच्चन समेत देश की अन्य कई अमीर और मशहूर हस्तियों के नाम पनामा पेपर्स लीक मामले में आया था।
Recommended Video
बच्चन
परिवार
से
मांगी
गई
थी
ये
डिटेल
बता
दें
2016
में
पनामा
पेपर्स
के
वैश्विक
लीक
सार्वजनिक
होने
के
बाद
से
ईडी
मामले
की
जांच
कर
रहा
है।इसने
बच्चन
परिवार
के
सदस्यों
को
नोटिस
जारी
कर
उन्हें
भारतीय
रिजर्व
बैंक
की
एलआरएस
योजना
के
तहत
2004
से
अपने
कथित
अवैध
विदेशी
लेनदेन
के
बारे
में
डिटेल
देने
और
एक्सप्लेन
करने
के
लिए
कहा
था।
पनामा
पेपर्स
लीक
में
भारतीयों
के
नाम
एक
रिपोर्ट
के
अनुसार,
500
से
अधिक
भारतीय
'मोसैक
फोन्सेका'
फर्म
से
जुड़े
हैं,
और
ईडी
ने
230
से
अधिक
भारतीय
पासपोर्ट
जब्त
किए
हैं
जो
कंपनी
की
औपचारिकताओं
के
हिस्से
के
रूप
में
जमा
किए
गए
थे।
पनामा
पेपर्स
घोटाले
में
सूचीबद्ध
कई
नामों
में
बॉलीवुड
हस्तियां
अमिताभ
बच्चन,
ऐश्वर्या
राय
और
अजय
देवगन
हैं।
पनामा
पेपर्स
में
अब
तक
नामजद
अमीर
और
मशहूर
भारतीयों
में
अरबपति
प्रॉपर्टी
बैरन
कुशाल
पाल
सिंह,
अरबपति
गौतम
अडानी
के
भाई
विनोद
अडानी
और
अरबपति
रियल
एस्टेट
मैग्नेट
समीर
गहलौत
शामिल
हैं।इस
लिस्ट
में
बॉलीवुड
के
अमिताभ
बच्चन
और
उनकी
बहू
ऐश्वर्या
राय
बच्चन
भी
हैं।
ऐश्वर्या
राय
बच्चन
लीक
हुए
कागजात
में
आरोप
लगाया
गया
है
कि
ऐश्वर्या
राय
बच्चन
ब्रिटिश
वर्जिन
आइलैंड्स
की
एक
कंपनी
एमिक
पार्टनर्स
लिमिटेड
में
एक
निदेशक
थीं,
इससे
पहले
कि
उनका
दर्जा
एक
शेयरधारक
के
रूप
में
बदल
दिया
गया
था।
यहां
तक
कि
उनके
पिता
कोटेदादी
रमण
राय
कृष्णा
राय,
मां
वृंदा
कृष्णा
राज
राय
और
भाई
आदित्य
राय
भी
एमिक
निदेशकों
के
रूप
में
पंजीकृत
थे।
अभिषेक
बच्चन
से
शादी
करने
के
एक
साल
बाद
2008
में
कंपनी
को
भंग
कर
दिया
गया
था।
अमिताभ
बच्चन
लीक
हुए
कागजात
के
अनुसार,
अमिताभ
बच्चन
ब्रिटिश
वर्जिन
आइलैंड्स
और
बहामास
में
स्थापित
चार
शिपिंग
फर्मों
के
निदेशक
थे।
रिपोर्ट
में
कहा
गया
है,
"इन
कंपनियों
की
अधिकृत
पूंजी
5,000
डॉलर
और
50,000
डॉलर
के
बीच
थी,
लेकिन
उन्होंने
लाखों
डॉलर
के
जहाजों
में
कारोबार
किया।"
अजय
देवगन
पनामा
पेपर्स
लीक
में
अभिनेता
अजय
देवगन
का
नाम
ब्रिटिश
वर्जीनिया
द्वीप
में
स्थित
मैरीलेबोन
एंटरटेनमेंट
लिमिटेड
के
सबसे
बड़े
शेयरधारक
के
रूप
में
सामने
आया।
29
अक्टूबर
2013
तक,
फर्म
का
मूल
शेयरधारक
लंदन
स्थित
हसन
एन
सयानी
था।
देवगन
ने
कथित
तौर
पर
उसी
दिन
पूरी
हिस्सेदारी
खरीदी
और
बाद
में
कहा
कि
कंपनी
कानूनी
रूप
से
आरबीआई
के
दिशानिर्देशों
के
अनुसार
स्थापित
की
गई
थी।
समीर
गहलोत
रियल
एस्टेट
फर्म
इंडियाबुल्स
के
मालिक
ने
करनाल,
दिल्ली,
बहामास,
जर्सी
और
यूके
में
रजिस्टर्ड
पारिवारिक
फर्मों
के
माध्यम
से
लंदन
में
तीन
संपत्तियां
खरीदीं।
लेन-देन
में
कंपनियों
का
एक
जटिल
नेटवर्क
शामिल
था,
जो
पूर्व
विधायक
और
हरियाणा
महिला
कांग्रेस
प्रमुख
सुमिता
सिंह
और
उनके
पति
जगदीप
सिंह
विर्क
के
स्वामित्व
वाले
एसजी
फैमिली
ट्रस्ट
की
ओर
जाता
था।
केपी
सिंह
दिल्ली
स्थित
डीएलएफ
के
संस्थापक,
भारत
के
सबसे
बड़े
रियल
एस्टेट
डेवलपर,
केपी
सिंह
ने
कथित
तौर
पर
अपनी
पत्नी
के
साथ,
2010
में
ब्रिटिश
वर्जिन
द्वीप
समूह
में
पंजीकृत
एक
कंपनी
का
अधिग्रहण
किया।कम
से
कम
दो
और
कंपनियां
2012
में
बेटे
राजीव
सिंह
और
बेटी
पिया
सिंह
द्वारा
स्थापित
की
गईं।
इंडियन
एक्सप्रेस
की
रिपोर्ट
में
कहा
गया
है
कि
परिवार
की
तीन
अपतटीय
संस्थाओं
के
पास
एक
साथ
लगभग
10
मिलियन
डॉलर
की
हिस्सेदारी
है।
इन
लोगों
के
नाम
भी
हैं
शामिल
सूची
में
शामिल
अन्य
लोगों
में
शिव
विक्रम
खेमका,
सन
समूह
के
संरक्षक
नंद
लाल
खेमका
के
पुत्र,
पूर्व
अटॉर्नी
जनरल
सोली
सोराबजी
के
बेटे
जहांगीर
सोराबजी,
दिल्ली
लोक
सत्ता
पार्टी
के
पूर्व
नेता
अनुराग
केजरीवाल,
मेहरासंस
ज्वैलर्स
के
नवीन
मेहरा,
हाजरा
इकबाल
मेमन,
अंडरवर्ल्ड
डॉन
इकबाल
मिर्ची
की
पत्नी
के
नाम
भी
शामिल
हैं।
Year-End 2021: कृति सेनन की 'मिमी' से लेकर कंगना की 'थलाइवी' समेत इन फिल्मों में दिखा वूमेन पॉवर