'सेना के खिलाफ लाल सिंह चड्ढा में जो दिखाया वह अच्छा नहीं था', एक्ट्रेस मीरा चोपड़ा ने बताया क्यों फ्लॉप हो गई
'सेना के खिलाफ लाल सिंह चड्ढा में जो दिखाया वह अच्छा नहीं था', एक्ट्रेस मीरा चोपड़ा ने बताया क्यों फ्लॉप हो गई फिल्म
मुंबई, 22 जून: प्रियंका चोपड़ा की चचेरी बहन और बॉलीवुड एक्ट्रेस मीरा चोपड़ा ने आमिर खान की हालिया रिलीज लाल सिंह चड्ढा पर अपने विचार साझा किए हैं। आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई है। अपने हालिया इंटरव्यू में मीरा चोपड़ा ने खुलासा किया है कि अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उन्हें अद्वैत चंदन का निर्देशन पसंद क्यों नहीं आया। मीरा चोपड़ा ने बताया है कि फिल्म में 4 साल से भाग रहे आमिर के चरित्र का उन्हें कोई मतलब नहीं मिलता है और यह उचित नहीं था। मीरा चोपड़ा ने यह भी कहा है कि उन्होंने सेना के खिलाफ जो कुछ भी दिखाया वह अच्छा नहीं था।
'अब लोग सवाल उठाते हैं...'
ईटाइम्स के साथ अपने इंटरव्यू में मीरा चोपड़ा ने साझा किया है कि, ''लाल सिंह चड्ढा 28 साल पहले रिलीज हुई एक फिल्म की रीमेक थी। लोग उन दिनों इसके पीछे के तर्क पर सवाल नहीं उठाते थे, लेकिन आज के वक्त में ये सही नहीं है, लोगों को यह समझ में नहीं आता था कि वह 4 साल से क्यों दौड़ रहा है, यह उचित नहीं था।"
'सेना के खिलाफ जो दिखाया गया वो सही नहीं था...'
मीरा ने कहा, "और फिर, मैं एक सच्ची देशभक्त हूं। फिल्म में सेना के खिलाफ जो कुछ भी दिखाया वह अच्छा नहीं था। अमेरिकी पीएम ने तब उन युद्धों के लिए 1 लाख मानसिक रूप से विकलांग लोगों को भर्ती करने का कार्यक्रम पेश किया था जो उनके अनुसार अपने सैनिकों को भेजने के लिए विशेष नहीं थे। भारतीय सेना ऐसा नहीं करती है। भारत में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। सभी जानते हैं कि कुलीन सैनिकों को कारगिल युद्ध में भेजा गया था।''
'फिल्म में एक आतंकवादी को बचाना ये भी ठीक नहीं है...'
फिल्म की एक गलती की ओर इशारा करते हुए कहा कि लाल सिंह एक आतंकवादी को बचाता है और वह भारत में खुला घूम रहा है। ऐसा करके आप हमारी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। जबकि मैं एक फिल्म में रचनात्मक स्वतंत्रता के पहलू को समझती हूं, आप ऐसी चीजें दिखा रहे हैं जो मौलिक रूप से गलत हैं। मुझे बुनियादी मुद्दों पर 'एलएससी' से समस्या है।"
जानिए मीरा चोपड़ा की फिल्मों के बारे में?
मीरा चोपड़ा की फिल्मों की बात करे तो उन्होंने तमिल, तेलुगु और हिंदी फिल्म उद्योगों में काम किया है। एम. एस. राजू की वाना में उनके प्रदर्शन ने उन्हें आलोचनात्मक प्रशंसा दिलाई। उन्होंने शरमन जोशी के साथ विक्रम भट्ट की '1920: लंदन' से हिंदी सिनेमा में अपनी शुरुआत की। हालांकि मीरा बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में नाकाम रही।
कहां फेल हो गईं मीरा चोपड़ा
मीरा चोपड़ा ने फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें उचित जगह नहीं मिलने के बारे में कई बातें कीं। मीरा चोपड़ा ने कहा, "ठीक है, यहां तक कि मुझे भी ऐसा लगता है। मैं कहीं फेल हुई हूं, इसका विश्लेषण करने के लिए मैंने खुद से बात की है। मैं खुद को इस इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं बना सकी। मैंने महसूस किया कि इस उद्योग में लोग अपने दोस्तों या परिचित लोगों के साथ काम करना पसंद करते हैं। मैं उस कोड को क्रैक करने में विफल रही हूं।"
'मैं एयरपोर्ट पर फोटो खिंचवाने के लिए हर बार...'
मीरा चोपड़ा ने आगे कहा, "दूसरी बात यह है कि मैं एक इंट्रोवर्ट हूं। मैं आक्रामक रूप से खुद को वहां से बाहर नहीं कर सकती हूं। मैं एयरपोर्ट पर उस मामले के लिए किसी अन्य स्थान पर पपराजी द्वारा क्लिक करने की योजना हर बार नहीं बना सकती हूं।''