'ताजमहल के खुफिया कमरे खोलो और बताओ उसमें क्या है', विवाद के बीच इस एक्टर की मांग
मुंबई, 12 मई: देश में इन दिनों आगरा के ताज महल को लेकर एक बड़ा विवाद गहराया हुआ है। 'ताज महल या फिर तेजोमहल' की चर्चाएं तेज हो रही है। ताज महल को लेकर एक बार फिर से तूल पकड़े हुए मुद्दे पर अब बॉलीवुड एक्टर रणवीर शौरी ने कूद पड़ें। उन्होंने ट्वीट करते हुए ताज महल के बंद कमरों को खोलने की मांग की है।
ताजमहल को लेकर दायर याचिका
दरअसल, दुनिया से सात अजूबों में शुमार ताज महल अपने पुराने इतिहास को लेकर फिर से चर्चाओं में है। यूपी के इलाहाबाद हाई कोर्ट में ताज महल को लेकर एक याचिका दायर की गई थी। जिसमें ताज महल के बंद 22 कमरों को खुलाने और आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) से उसकी जांच कराने की मांग की गई है।
'इनको खोलो और हमको बताओ वहां क्या है?
ऐसे में ताजमहल के कमरों को खोलने को लेकर अब बॉलीवुड एक्टर रणवीर शौरी ने ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "यकीन विश्वास नहीं हो रहा है कि 21वीं सदी में और आजादी के 70 से ज्यादा सालों के बाद भी, भारत में अभी भी गुप्त 'बंद तहखाने के कमरे' वाले राष्ट्रीय स्मारक हैं! प्लीज इन्हें खोलो और हमको बताओ वहां क्या है? ताकि हम इसके बारे में इंडियाना जोन्स जैसी फिल्में बना सकें।"
यूजर्स ने लगाई एक्टर की क्लास
हालांकि रणवीर शौरी का यह ट्वीट कई यूजर्स को पसंद नहीं आया, जिसके बाद उन्होंने एक्टर को लताड़ लगाते हुए जमकर ट्रोल किया। एक यूजर ने पोस्ट के कमेंट में लिखा, "आप भी ऐसा चीजों पर विश्वास कर रहे हैं तो वह बेवकूफ हैं। जाहिर है आप यह सब व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से पढ़ रहे हैं। कल तुम कहोगे कि ताज राजस्थान के किसी महाराज का है।" एक और यूजर ने मजे लेते हुए लिखा कि रूहअफ्जा की सीक्रेट रेड रेसिपी वही छिपी है। ऐसे ही एक अन्य यूजर ने कमेंट किया कि 21वीं सदी में विश्वास नहीं कर सकता बेरोजगारी और महंगई के बारे में बात करने के बजाय हम ताजमहल पर चर्चा कर रहे हैं।
याचिकाकर्ता को हाई कोर्ट ने लगाई लताड़
गुरुवार को ताजमहल को लेकर याचिकाकर्ता बीजेपी नेता रजनीश सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने जमकर फटकार। कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि आप जाकर इतिहास पढ़िए, रिसर्च करिए और फिर वापस कोर्ट में आइए। जस्टिस डीके उपाध्याय और सुभाष विद्यार्थी की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि आप कल को जज के चेंबर में आने की मांग करने लगेंगे, इसका क्या मतलब है। पीआईएल को मजाक ना बनाएं, इसका इस तरह से दुरुपयोग ठीक नहीं है। पहले पढ़ लें, ताजमहल कब और किसने बनवाया। यूनिवर्सिटी जाओ पीएडी या एम फिल करो तब कोर्ट आना।
क्या है ताजमहल से जुड़ा विवाद, जानिए
आपको बता दें कि ताजमहल को लेकर एक विवाद काफी वक्त से चल रहा है। दावा किया जाता है कि जहां अब मकबरा है, वो पहले शिव मंदिर हुआ करता था, जिस पर ताजमहल बनाया गया है। जिसका नाम तेजोमहल बताया जाता है। इसको लेकर याचिका भी दायर की गई थी। गौरतलब है कि पांचवें मुगल शासक शाहजहां ने 1631 में बेगम मुमताज महल की याद में ताज महल का निर्माण कराया था। इस मकबरा 1653 में बनकर तैयार हुआ था। करीब 22 हजार मजदूरों ने 22 साल में महल को तैयार किया था।
ताजमहल पर याचिका दायर करने वाले भाजपा नेता को हाईकोर्ट की फटकार- जाकर इतिहास पढ़ो, फिर आना