सीएम भूपेश ने सावरकर और जिन्ना को बताया देश के बंटवारे का जिम्मेदार, BJP, RSS पर साधा निशाना
दुर्ग,14 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन के दौरे पर रहे। जहां वे आजादी गौरव पदयात्रा के समापन समारोह में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पाटन क्षेत्र की धरती जन्मे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करते युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने की बात कही। वहीं सीएम ने मंच से आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, देश के बंटवारे के लिए सावरकर और जिन्ना जिम्मेदार है। इन्होंने देश को बांटने का काम किया।

पाटन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की धरती
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पाटन में आयोजित गौरव पदयात्रा एवं आमसभा को संबोधित करते हुए कहा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भारत जोड़ो अभियान चला रही है। 9 अगस्त से 14 अगस्त तक इसी कड़ी में सभी विधानसभा क्षेत्रों में 75 किलोमीटर पदयात्रा का आयोजन किया गया। पाटन में आज इस यात्रा के समापन अवसर पर शामिल होने पहुंचा हूं। पाटन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की धरती है। पाटन के गांव-गांव में सेनानी पैदा हुए हैं। मैं पाटन क्षेत्र के सभी सेनानियों को नमन करता हूं। युवाओं को उनसे प्रेरणा लेना चाहिए।

भाजपाई बोले नाथूराम गोडसे मुर्दाबाद
मुख्यमंत्री ने मंच से कहा कि जो भाजपाई आज महात्मा गांधी, सरदार पटेल को अपना रहें हैं तिरंगे को अपना रहें है उन्होंने कभी अपने मुख्यालय में तिरंगा नही फहराया, भाजपा के नेता महात्मा गांधी जिंदाबाद के नारे लगाते हैं। लेकिन नाथूराम गोडसे मुर्दाबाद के नारे लगाने की हिम्मत इनमें नही है।

संवैधानिक संस्थाओं को दबाने का प्रयास
अंग्रजों की नीति थी फूट डालो शासन करो,हिन्दू मुसलमान को लड़ाने का काम, भाई को भाई से लड़ाने का काम करते थे। उस समय कांग्रेसी लोगों को जोड़ने का काम कर रहे थे। आजाद भारत मे महिलाओं को अधिकार देने का काम कांग्रेस ने किया।है। संविधान में सबको समान अधिकार मिला है। लेकिन आज संविधान को तोड़ने का काम किया जा रहा है। संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है।

पदयात्रा के माध्यम से RSS पर हमला
मुख्यमंत्री बघेल ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर हमला बोलते हुए कहा कि RSS संगठन 1925 में बन गया था। जब 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया गया था उस समय देश की सभी प्रथम पंक्ति के नेताओ को जेल में डाल दिया गया था। उस समय आरएसएस के लोग इस आंदोलन को कुचलने के लिये अंग्रेजों को चिट्ठी लिख रहे थे। संघ के लोग, भाजपा के संस्थापक नेता अंग्रेजों के साथ रहे। इन लोगों ने आजादी की लड़ाई नही लड़ी है बल्कि अंग्रेजों का साथ देकर उनकी मुखबिरी कर रहे थे।
जिन्ना और सावरकर ही देश के बंटवारे के जिम्मेदार
सीएम ने कहा कि देश के बंटवारे का जिम्मेदार सावरकर है। देश को बांटने का काम सावरकर और जिन्ना ने किया। 1925 में हिन्दू महासभा की अध्यक्षता करते हुए अपने भाषण में उन्होंने कहा था कि देश आजाद हो लेकिन दो राष्ट्र बनना चाहिए एक हिन्दू का और एक राष्ट्र मुसलमान का। देश के बंटवारे का पहला प्रस्ताव सावरकर का उसके बाद 1937 में मोहम्मद अली जिन्ना ने कहा अब दो राष्ट्र बनना चाहिए।