Chandulal Hospital Bhilai: मरीज के चेहरे पर चीटियों का मामला, प्रबंधन पर नहीं हुई कार्रवाई, 4 स्टाफ बर्खास्त
दुर्ग, 03 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में निजी अस्पताल में लापरवाही करने वाले एक डॉक्टर और तीन स्टाफ को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया। भिलाई के चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल हॉस्पिटल में पिछले दिनों इलाज के दौरान मरीज के मुंह में चींटियों का झुंड पाए जाने के मामले में दुर्ग सीएमएचओ के निर्देश के बाद लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर व तीन स्टॉफ नर्सों को हॉस्पिटल प्रबन्धन ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया। वहीं इस मामले में अस्पताल प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नही होना स्वास्थ्य विभाग के फैसले पर सवाल खड़ा करता है।
चंदूलाल चंद्राकार मेमोरियल हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती मरीज के मुंह में सैकड़ों चीटियां पाए जाने कि शिकायत मिलते ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जांच दल गठित की जिसके तहत CMHO Durg कार्यालय के नोडल अधिकारी डॉ. आरके खंडेलवाल के नेतृत्व में टीम ने अस्पताल पहुंचकर जांच की थी। इस टीम में जिला चिकित्सालय दुर्ग के मेडिकल विशेषज्ञ डॉ. चंदर बाफना और तहसीलदार खुद मौजूद थे। जांच के बाद टीम ने रिपोर्ट सीएमएचओ दुर्ग डॉ. जेपी मेश्राम सौंपी । जिसके बाद CMHO ने इसे एक गंभीर लापरवाही माना और चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल हॉस्पिटल नेहरू नगर के आईसीयू वार्ड में सेवा देने वाले डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर एक्शन लेने के निर्देश दिए।
इन
सभी
स्टाफ
को
किया
गया
बर्खास्त
हॉस्पिटल
के
आईसीयू
में
भर्ती
मरीज
रामा
साहू
के
इलाज
में
लापरवाही
के
मामले
में
जांच
टीम
ने
डॉ.
हिमांशु
चंद्राकर
(BAMS),
नर्सिंग
स्टॉफ
अनिल
कुमार,
अटेंडेंट
मान
सिंह
यादव
और
युगल
किशोर
वर्मा
की
लापरवाही
माना
है।
इस
पर
इन
चारों
को
नौकरी
से
निकाल
दिया
गया
हैं।
चंदूलाल
चंद्राकर
मेमोरियल
हॉस्पिटल
के
सीएमओ
डॉ.
सौरभ
साव
का
कहना
है
कि
सीएमएचओ
दुर्ग
के
निर्देश
के
बाद
उन्होंने
चारों
स्टॉफ
की
सेवा
समाप्त
कर
दी
है।
मरीज के मुंह में था हजारों चीटियों का झुंड, अस्पताल के ICU वार्ड में हुई अजीबो गरीब घटना, होगी जांच
प्रबन्धन
पर
नहीं
हुई
कार्रवाई,
मामले
को
दबाने
का
किया
था
प्रयास
जिला
स्वास्थ्य
विभाग
की
इस
कार्रवाई
पर
आप
सवाल
खड़ा
हो
रहा
है,
कि
आखिर
स्टाफ
को
नौकरी
से
निकालने
के
अलावा
अस्पताल
प्रबंधन
पर
कोई
कार्रवाई
नहीं
की
गई
है।
क्योंकि
जब
परिजनों
ने
इसकी
शिकायत
अस्पताल
प्रबंधन
और
डॉक्टर
से
की
तो
उन्होंने
मामले
को
दबाने
का
प्रयास
किया।
साथ
ही
मरीज
को
दूसरे
बेड
में
शिफ्ट
किया
गया।
लेकिन
मरीज
के
परिजन
ने
मीडिया
और
दूर
सीएमएचओ
से
इसकी
शिकायत
की
जिसके
बाद
जिला
स्वास्थ्य
एवं
चिकित्सा
अधिकारी
डॉक्टर
जेपी
मेश्राम
के
द्वारा
जांच
दल
गठित
कर
अस्पताल
भेजा
गया
था।
जिसके
बाद
नोडल
अधिकारी
और
तहसीलदार
ने
जांच
रिपोर्ट
तैयार
की
गई
थी।
इस
तरह
सामने
आया
था,
चींटियों
का
मामला
भिलाई
के
नेहरू
नगर
चौक
स्थित
चंदूलाल
चंद्राकर
मेमोरियल
हॉस्पिटल
में
दुर्ग
निवासी
69
वर्षीय,
रामा
साहू
को
25
सितंबर
को
पेट
में
दर्द,
बुखार,
उल्टी
और
खांसी
से
संबंधित
परेशानी
को
लेकर
भर्ती
कराया
गया
था।
इलाज
के
दौरान
स्थिति
गंभीर
होने
पर
आईसीयू
में
भेज
दिया
गया
था।
29
सितंबर
की
शाम
जब
परिजन
सामान्य
दिनों
की
तरह
मरीज
को
देखने
पहुंचे
तो
उनके
होश
उड़
गए।
मरीज
रामा
साहू
के
चेहरे
पर
सांस
लेने
वाली
नली
में
सैकड़ों
की
संख्या
में
लाल
चींटियां
चल
रही
थीं।