दिल्ली में वैक्सीन का संकट: केवल 1 दिन की कोवैक्सीन और 4 दिन के लिए कोविशील्ड बचीं- सत्येंद्र जैन
दिल्ली में ऑक्सीजन के बाद अब कोरोना वायरस वैक्सीन का संकट खड़ा हो गया है...
नई दिल्ली, 10 मई: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच पिछले कुछ दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में संक्रमण के दैनिक मामलों में गिरावट देखने को मिली है। हालांकि अभी भी दिल्ली में हर रोज मिलने वाले कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 15 हजार से ऊपर बनी हुई है। इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि राज्य सरकार के पास कोरोना वायरस वैक्सीन का बेहद कम स्टॉक बचा है। सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार से जल्द से जल्द वैक्सीन की डोज दिल्ली सरकार को देने की मांग की है।
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सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा, 'दिल्ली में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण जारी है, लेकिन हमारे पास केवल एक दिन के लिए कोवैक्सीन बची हैं। इसके अलावा अगले केवल चार दिन के लिए ही हमारे पास कोविशील्ड का स्टॉक बचा है। हमें दिल्ली में टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार से जल्द से जल्द वैक्सीन चाहिए।' गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी वैक्सीन की कमी की बात कह चुके हैं। अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि राजधानी से सटे आस-पास के जिलों जैसे- गाजियाबाद, नोएडा और गुरुग्राम के लोग भी टीकाकरण के लिए दिल्ली आ रहे हैं।
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पिछले
महीने
केंद्र
ने
घोषित
की
थी
नई
वैक्सीन
पॉलिसी
आपको
बता
दें
कि
पिछले
महीने
की
शुरुआत
में
ही
केंद्र
सरकार
ने
18
साल
से
ऊपर
की
उम्र
के
सभी
लोगों
को
वैक्सीन
देने
का
फैसला
लिया
था।
इसके
अलावा
केंद्र
सरकार
की
नई
वैक्सीन
पॉलिसी
के
तहत
राज्य
और
निजी
अस्पताल
सीधे
तौर
पर
भी
निर्माता
कंपनियों
से
वैक्सीन
खरीद
सकते
हैं।
कोवैक्सीन
की
निर्माता
भारत
बायोटैक
और
कोविशील्ड
की
निर्माता
सीरम
इंस्टीट्यूट
ऑफ
इंडिया
अपनी
आधी
डोज
केंद्र
सरकार
को
कम
दाम
पर
और
बाकी
आधी
डोज
राज्यों-निजी
अस्पतालों
को
ज्यादा
दाम
पर
बेच
रही
हैं।
हालांकि
राज्यों
ने
केवल
केंद्र
सरकार
से
ही
अपना
वैक्सीन
का
कोटा
लिया
है।
वैक्सीन
निर्माता
कंपनियों
का
कहना
है
कि
उन्हें
राज्यों
और
निजी
अस्पतालों
को
वैक्सीन
सप्लाई
के
लिए
अभी
और
वक्त
लगेगा।