केंद्र के बिल को राज्यसभा में रोकने के लिए रणनीति बना रही आप, संजय सिंह हुए एक्टिव
नई दिल्ली: केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार में एक बार फिर तनातनी का माहौल पैदा हो गया है और उसकी वजह से सोमवार को सदन में पेश किया गया राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (संशोधन) विधेयक-2021, जिसके खिलाफ दिल्ली की आप सरकार ने केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दिल्ली सरकार का आरोप है कि केंद्र सरकार दिल्ली की सारी शक्तियां उप राज्यपाल के हाथों में देना चाहती है, जो संविधान के खिलाफ हैं। इन सब के बीच लोकसभा नें विधेयक पारित होने से पहले ही आप राज्यसभा में संशोधन विधेयक को रोकने की रणनीति पर काम कर रही है।

आम आदमी पार्टी राज्यसभा में विधेयक पर विपक्षी दलों के अलावा जो सरकार के साथ नहीं है उनको भी लेना चाहती है, राज्यसभा में आप के तीन सांसद है। वहीं अगर विपक्षी सांसदों के साथ भी पूरा दमखम झोंक देती है तो ये आंकड़ा अकेले बीजेपी के 95 सांसदों के आसपास पहुंचता है। ऐसे में राज्यसभा में वोटिंग की नौबत आने पर भी ये पूरा मामला सरकार के पक्ष में दिखाई देता है।
हालांकि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह इसी पूरी रणनीति पर काम कर रहे है कि कैसे दिल्ली के उपराज्यपाल की शक्तियों को बढ़ाने वाले विधेयक को पारित होने से रोका जा सके। संजय सिंह विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मिलकर विधेयक के खिलाफ एकजुट करने में लगे हुए हैं। आपको बता दें कि राज्यसभा में कुल सदस्यों की संख्या 245 है। इसमें भाजपा के 95 सांसद है गए हैं, जो और दलों से काफी ज्यादा हैं। वहीं कांग्रेस के 36 सदस्य हैं। हालांकि कांग्रेस भी इस विधेयक के खिलाफ खुलकर सामने आ चुकी है।
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वहीं अगर अन्य दलों की स्थिति पर नजर डालें तो टीएमसी के 12, सीपीआई के 1, सीपीआईएम के 5, डीएमके के 7, आरजेडी के 5, एनसीपी के 4, समाजवादी पार्टी के 5, शिवसेना के 3, टीआरएस के 7, शिरोमणि अकाली दल के 3, जेएमएम के 1, यूएमएल के 1, वाईएसआरसीपी के 6 सदस्य है। इसके अलावा बीजू जनता दल के 9 सांसद और बीएसपी के 3 सांसद हैं।