Kanjhawala Case: दिल्ली पुलिस ने छठे आरोपी आशुतोष को भी किया गिरफ्तार
दिल्ली के कंझावला केस में दिल्ली पुलिस को एक और सफलता मिली है। दिल्ली पुलिस ने छठे आरोपी आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है।
Kanjhawala Case: दिल्ली पुलिस को कंजावला केस में एक और बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने छठे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। जिस गाड़ी से अंजलि को टक्कर मारी गई थी और उसके बाद उसे कई किलोमीटर तक कार सवारों ने घसीटा था, उस कार के मालिक आशुतोष को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले गुरुवार को दिल्ली के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुडा ने कहा था कि इस मामले में दो और आरोपी हैं जिनकी पहचान आशुतोष और अंकुश खन्ना के रूप में हुई है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए हमारी टीमें काम कर रही है। अलग-अलग जगहों पर सर्च चल रही है।
अहम बात है कि इस पूरे मामले को दिल्ली पुलिस ने एक सड़क हादसा बताया है और इस बात से इनकार किया है कि आरोपियों और अंजलि के बीच किसी भी तरह का कोई लिंक था। लेकिन दिल्ली पुलिस अभी तक इस सवाल का जवाब नहीं दे सकी है कि इस हादसे के पीछे आरोपियों की मंशा क्या थी। बता दें कि इस हादसे के दौरान अंजलि के साथ उसकी दोस्त निधि भी थी। हादसे के दो दिन बाद सीसीटीवी फुटेज में यह बात सामने आई कि निधि हादसे के वक्त अंजलि के साथ थी, लेकन हादसे के बाद वह अंजलि को छोड़कर अपने घर चली गई और इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। ऐसे में निधि की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस ने निधि का बयान दर्ज कराया है।
गौर करने वाली बात है कि इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि इसमे 5 नहीं बल्कि कुल 7 आरोपी हैं। जिसमे से 5 को पहले हादसे के अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं छठे आरोपी आशुतोष को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस के सामने बड़ी गुत्थी यह है कि आखिर किस मकसद से इन लोगों ने अंजलि की कोई किलोमीटर तक सड़क पर घसीटा।
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सागरप्रीत हुड्डा ने बताया कि आशुतोष को हमने गिरफ्तार कर लिया है, उसने पुलिस को गलत जानकारी दी थी। इससे पहले गुरुवार को पुलिस ने कहा था कि आशुतोष और अंकुश खन्ना फरार थे, ये दोनों आरोपी को छिपा रहे थे। दोनों की सीसीटीवी फुटेज में पहचान हुई है। पुलिस ने यह भी बताया कि घटना के वक्त कार में पांच नहीं बल्कि चार लोग थे, जिसने अंजलि की स्कूटी को टक्कर मारी थी।
जांच में पता चला कि पांचवा आरोपी दीपक हादसे के वक्त कार में नहीं था। दीपक घर पर था, उसे फोन के जरिए इस बात की जानकारी दी गई थी। कार को अमित खन्ना चला रहा था। हादसे के बाद अमित ने अपने चचेरे भाई अंकुश और दीपक को इसकी जानकारी दी , जिसने उससे कहा कि पुलिस को बताना कि कार दीपक चला रहा था। पुलिस ने कहा कि हमे संदेह है कि ये लोग वकील से सलाह ले रहे थे।